Jharkhand के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने अभी तक अपने मंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया है। बता दें कि ED ने टेंडर कमीशन घोटाला में मंत्री को गिरफ्तार किया था वहीं रिमांड में लेकर पूछताछ के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। गिरफ़्तारी के बाद से अबतक कुल चार विभाग उन्हीं के पास थे। लिहाजा इन विभागों का कामकाज ठप था।
इधर खबर है कि Jharkhand के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने न्यायिक हिरासत में रह रहे मंत्री आलमगीर आलम से सभी विभाग वापस ले लिए गए हैं। यानी मुख्यमंत्री के पास पूर्व में आवंटित विभागों के साथ-साथ संसदीय कार्य विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग तथा पंचायती राज विभाग भी रहेगा।
बता दें कि मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग ने शुक्रवार को इस संबंध में बाकायदा अधिसूचना भी जारी कर दिया है। हालांकि अब ये देखना है कि विभाग को वापस लिए जाने के बाद आलमगीर बिना विभाग के मंत्री पद पर बने रहेंगे या फिर मंत्री पद से इस्तीफा देंगे।
गौरतलब है कि मंत्री आलमगीर आलम के पास ये सभी विभाग काफी महत्वपूर्ण माने जाते हैं जिसमें ग्रामीण विकास तथा ग्रामीण कार्य का बजट बड़ा है तथा मानसून से पहले इन विभागों में कई कार्य पूरे किए जाने हैं।
विदित हो कि टेंडर कमीशन घोटाला मामले में जेल बंद आलमगीर आलम को ED ने उनके निजी सचिव संजीव लाल व नौकर जहांगीर आलम के घर से छापेमारी में 32 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम और कई दस्तावेज बरामद करने के बाद गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से वे जेल में है।