डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: मिल्टन तूफान मंगलवार को फ्लोरिडा के टैंपा खाड़ी तट की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है, जिससे क्षेत्र में भारी तबाही की आशंका जताई जा रही है। प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तटवर्ती क्षेत्रों को खाली करने के आदेश जारी कर दिए हैं। अनुमान के अनुसार, 10 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया है। यह तूफान, हेलेन तूफान के बाद, महज दो सप्ताह में एक नया खतरा बनकर सामने आया है।
तूफान के प्रभाव का अनुमान
मिल्टन तूफान बुधवार को तट से टकराने की संभावना है, जिससे फ्लोरिडा के पश्चिमी तट पर बुरा असर पड़ सकता है। अमेरिकी राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने चेतावनी दी है कि यह तूफान पश्चिम-मध्य फ्लोरिडा में अब तक के सबसे विनाशकारी तूफानों में से एक हो सकता है। टैंपा खाड़ी के उत्तर और दक्षिण में तटीय क्षेत्रों में 10 से 15 फीट ऊँची लहरें उठने की आशंका है।
भारी बारिश और उड़ानों में देरी
तूफान के कारण 127 से 254 मिमी या उससे अधिक बारिश होने की संभावना है, जिससे बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है। इस स्थिति का असर हवाई यातायात पर भी पड़ा है, जिसमें लगभग 900 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में देरी हुई है, जबकि 700 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। बुधवार के लिए निर्धारित 1,500 से अधिक उड़ानें भी रद्द की गई हैं।
बाइडन की अपील और आपातकालीन घोषणाएं
व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने 10-15 अक्टूबर की अपनी जर्मनी और अंगोला की यात्रा को स्थगित कर दिया है। बाइडन ने फ्लोरिडा में रह रहे लोगों से तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यह जीवन और मृत्यु का मामला हो सकता है। बाइडन ने यह भी कहा कि यह तूफान फ्लोरिडा में एक सदी में आने वाला सबसे भयंकर तूफान हो सकता है, और उन्होंने सभी से ईश्वर से प्रार्थना करने की अपील की है कि ऐसा न हो। उन्होंने फ्लोरिडा में आपातकालीन घोषणाओं को भी मंजूरी दी है।
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