पटना: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन कर रहे जन सुराज अभियान के नेता प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों को गांधी मैदान से हटाने के बाद पुलिस ने उन्हें सीधा एम्स भेज दिया है, जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा।
गांधी मैदान में अनशन पर विवाद
बीपीएससी परीक्षा में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए प्रशांत किशोर गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठे थे। हालांकि, प्रशासन ने गांधी मैदान को अनशन के लिए निषिद्ध क्षेत्र बताते हुए उन्हें वहां से हटने का आदेश दिया था। प्रशासन ने पटना हाईकोर्ट के फैसले का हवाला दिया, जिसमें राजधानी में आंदोलन और अनशन के लिए गर्दनीबाग को विशेष रूप से निर्धारित किया गया है।
प्रशासन की सख्ती
प्रशासन ने साफ किया कि गर्दनीबाग में हो रहे आंदोलन पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन गांधी मैदान में अनशन हाईकोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है। आदेश न मानने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए प्रशांत किशोर को हिरासत में लिया।
स्वास्थ्य की जांच के लिए एम्स भेजा गया
प्रशांत किशोर को हिरासत में लेने के बाद गांधी मैदान से सीधा एम्स ले जाया गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आमरण अनशन के कारण उनकी स्वास्थ्य स्थिति की जांच जरूरी है।
बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग पर बढ़ा विवाद
प्रशांत किशोर और प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में कई खामियां थीं, जिनकी जांच और परीक्षा रद्द करने की मांग की जा रही है। इस मुद्दे पर राज्य में सियासी पारा चढ़ गया है।
विपक्ष और जनता की प्रतिक्रिया
प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा है। वहीं, प्रदर्शनकारी छात्रों ने इस कार्रवाई की निंदा करते हुए आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन और आंदोलनकारियों के बीच इस टकराव का क्या अंजाम होगा।