संवाददाता, धनबाद: झमाडा धनबाद के मृत कर्मचारियों के आश्रितजन पिछले 1091 दिनों से कार्यालय के मुख्य द्वार के सामने धरने पर बैठे हुए हैं। इनकी मांग है कि उन्हें अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए। इस बीच, 29 जनवरी 2025 को आश्रितों द्वारा आत्मदाह की चेतावनी दिए जाने के बाद झमाडा के प्रबंध निदेशक, झमाडा के सचिव, जिला प्रशासन और आश्रितों के बीच त्रिपक्षीय वार्ता संपन्न हुई थी। वार्ता में प्रबंध निदेशक ने आश्रितों को आश्वासन दिया था कि अनुकंपा बहाली के लिए सरकार को पत्र भेजकर अनुमति मांगी जाएगी।
इसी क्रम में, 11 फरवरी 2025 को झमाडा के प्रबंध निदेशक ने अनुकंपा नियुक्ति से संबंधित पत्र नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव को भेज दिया है। इससे पहले भी अनुकंपा नियुक्ति के पक्ष में झमाडा के स्तर से पांच पत्र नगर विकास विभाग को भेजे जा चुके हैं, जिनमें शामिल हैं:
- पत्रांक संख्या 13 (18/04/2022)
- पत्रांक संख्या 109 (28/07/2022)
- पत्रांक संख्या 205 (22/12/2022)
- पत्रांक संख्या 067 (31/07/2023)
- पत्रांक संख्या 180 (10/02/2025)
इसके अलावा, 24 अगस्त 2022 को पत्रांक संख्या 4082 के माध्यम से झमाडा को सरकार से अनुकंपा बहाली करने का निर्देश भी प्राप्त हुआ था।
धरने पर बैठे आश्रितों का कहना है कि अब तक कई पत्राचार होने के बावजूद अनुकंपा बहाली को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। वे सरकार से मांग कर रहे हैं कि इन पत्रों को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द अनुकंपा नियुक्ति की प्रक्रिया को पूरा किया जाए।
(रिपोर्ट: मिरर मीडिया डिजिटल)