झारखंड की महिला हॉकी टीम ने राष्ट्रीय स्तर पर अपना परचम लहराते हुए पहली बार 15वीं हॉकी इंडिया सीनियर राष्ट्रीय महिला हॉकी चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया। हरियाणा के पंचकूला में आयोजित फाइनल मुकाबले में झारखंड ने मेजबान हरियाणा को पेनाल्टी शूटआउट में 4-3 से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। निर्धारित समय तक दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर थीं, लेकिन पेनाल्टी शूटआउट में झारखंड की खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर खिताब अपने नाम किया।

गौरतलब है कि इससे पहले झारखंड की टीम 2015 में उपविजेता बनी थी, लेकिन इस बार उन्होंने नया इतिहास रच दिया। झारखंड हॉकी संघ के अध्यक्ष भोलानाथ सिंह ने इस शानदार जीत पर पूरी टीम को 2 लाख रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। झारखंड की इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और खेल मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने टीम को बधाई दी।
गुरुवार को जब विजेता टीम रांची एयरपोर्ट पहुंची, तो खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान हॉकी झारखंड के अध्यक्ष भोलानाथ सिंह ने कहा कि हरियाणा जैसी मजबूत टीम को हराना बहुत बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि वहां कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी खेल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस जीत से खिलाड़ियों में आत्मविश्वास बढ़ेगा और भविष्य में वे ओलंपिक और अन्य बड़े टूर्नामेंटों में भी गोल्ड जीतने के लिए प्रेरित होंगी।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि झारखंड के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि सब-जूनियर, जूनियर और सीनियर तीनों कैटेगरी में झारखंड ने चैंपियनशिप जीती है। यह जीत न सिर्फ झारखंड के लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।