केंद्र सरकार ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के निदेशक प्रवीण सूद का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया है। सूद अब 25 मई, 2025 तक देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी के मुखिया बने रहेंगे। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई चयन समिति की बैठक में लिया गया, जिसमें भारत के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे।
प्रवीण सूद ने 25 मई, 2023 को दो वर्ष के कार्यकाल के लिए सीबीआई निदेशक का पदभार संभाला था। उनका मौजूदा कार्यकाल 25 मई, 2024 को समाप्त होने वाला था, लेकिन नए निदेशक को लेकर सहमति न बनने की स्थिति में उनका कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। इस संबंध में डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग (DoPT) द्वारा आधिकारिक आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
1986 बैच के कर्नाटक कैडर के आईपीएस अधिकारी प्रवीण सूद इससे पहले कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक (DGP) रह चुके हैं। मूल रूप से हिमाचल प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले सूद ने अपनी पढ़ाई आईआईटी दिल्ली से पूरी की है। उन्हें 2024 में सेवा-निवृत्त होना था, लेकिन सीबीआई निदेशक नियुक्त होने के बाद उन्हें दो साल का कार्यकाल मिला था।
सूत्रों के मुताबिक, चयन समिति की बैठक में नए निदेशक को लेकर कोई सर्वसम्मति नहीं बन पाई, जिसके चलते मौजूदा निदेशक का कार्यकाल बढ़ाया गया।