डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर: टाटा-रांची नेशनल हाईवे (NH-33) के रईसा मोड़ के पास हर्बल जंगल में बाघ के पंजों के निशान मिलने से इलाके में दहशत फैल गई है। खूंटी वन प्रमंडल को सूचना मिली थी कि एक बाघ रांची वन क्षेत्र से निकलकर टाटा-रांची मुख्य मार्ग को पार करते हुए फिर रांची वन क्षेत्र की ओर चला गया।
सूचना मिलते ही वनपाल प्रभात कुमार पाढ़ी, नितेश केसरी, रोशन श्रीवास्तव, अनल सिंह मुंडा और सिप्रिन टूटी के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। निरीक्षण के दौरान सड़क किनारे और जंगल में बाघ के दर्जनों पगचिन्ह पाए गए, जिससे उसकी हालिया मौजूदगी की पुष्टि हुई। हालांकि, अभी तक किसी ने बाघ को प्रत्यक्ष रूप से नहीं देखा है।
खूंटी वन प्रमंडल के रेंजर सुरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच टीम भेजी गई। पगचिन्हों की जांच से स्पष्ट हुआ कि निशान बाघ के ही हैं। एहतियात के तौर पर खूंटी और दलमा वन क्षेत्र के अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। वन विभाग ने स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और जंगल क्षेत्र में अकेले न जाने की सलाह दी है। स्थिति पर नजर रखने के लिए वन विभाग की टीमें सक्रिय हैं।