देश में एक बार फिर कोविड-19 का संकट गहराता नजर आ रहा है। बढ़ते मामलों को देखते हुए आंध्र प्रदेश सरकार ने सतर्कता बरतते हुए एक नई एडवाइजरी जारी की है। खासकर बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को संक्रमण से बचाने के लिए उन्हें घर के अंदर ही रहने की सख्त सलाह दी गई है।
एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी सामूहिक आयोजन जैसे प्रार्थना सभाएं, सामाजिक समारोह, पार्टियां और अन्य भीड़भाड़ वाले कार्यक्रम फिलहाल न आयोजित किए जाएं। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और एयरपोर्ट जैसी सार्वजनिक जगहों पर कोविड-19 गाइडलाइनों का सख्ती से पालन अनिवार्य किया गया है।
सरकार ने विशेष तौर पर 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और गर्भवती महिलाओं के लिए चेतावनी दी है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें। साथ ही सभी नागरिकों को नियमित रूप से हाथ धोने, खांसते या छींकते समय मुंह ढकने और बार-बार चेहरे को छूने से बचने की सलाह दी गई है।
मास्क पहनना एक बार फिर जरूरी कर दिया गया है, खासकर भीड़भाड़ या कम वेंटिलेशन वाले स्थानों पर। एडवाइजरी में कहा गया है कि मास्क संक्रमण के प्रसार को रोकने में प्रभावी साबित हो सकता है।
लक्षण दिखने पर तुरंत जांच की सलाह
एडवाइजरी में कोविड-19 के संभावित लक्षणों की सूची भी दी गई है, जिनमें बुखार, खांसी, थकान, गले में खराश, स्वाद या गंध का अभाव, सिरदर्द, बदन दर्द, बहती या बंद नाक, उल्टी और दस्त शामिल हैं। यदि किसी व्यक्ति में ये लक्षण नजर आएं, तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर तुरंत जांच कराने की अपील की गई है।
संभावित स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को मास्क, पीपीई किट और ट्रिपल-लेयर मास्क का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क
हालांकि केंद्र सरकार का कहना है कि देश में हालात नियंत्रण में हैं और घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। फिर भी स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए है।
19 मई 2025 तक भारत में सक्रिय कोविड-19 मामलों की संख्या 257 दर्ज की गई है, जो फिलहाल नियंत्रण में है।