बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने कैबिनेट के मंत्री, विधायक और सांसदों को नहीं पहचानते हैं। उन्होंने कहा कि हम उनकी उम्र को देखते हुए उन पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन बिहार सुरक्षित हाथों में नहीं है। नीतीश कुमार बिहार चलाने लायक नहीं हैं।

शुक्रवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा बिहार को रिटायर्ड अधिकारी और टायर्ड मुख्यमंत्री प्रशासन चला रहे हैं। बिहार में अपराध लगातार हो रहा है। सरकार कौन सा नशा लिए हुए है, किसी को कोई लेना-देना नहीं है। गुरुवार को उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा गए थे बलात्कार पीड़ित परिजनों से मिलने के लिए। वह वहां उल्टा कसम खिला रहे थे, बिहार की हालत क्या हो गई देख लीजिए।
पटना मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक को बचाने का आरोप
तेजस्वी यादव ने पटना मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक इंद्र शेखर ठाकुर को बचाने का आरोप लगाया और पूछा कि क्या कोई और काबिल व्यक्ति नहीं है जो पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल चला सके। उन्होंने कहा कि अभी तक उनके सवालों का जवाब नहीं मिला है और ठाकुर को एक्सटेंशन देने का मुद्दा उठाया। तेजस्वी यादव ने ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की खराब स्थिति की भी आलोचना की, जहां बेड नहीं मिल रहे थे और हालात बहुत खराब थे। उन्होंने माफिया के बढ़ते प्रभाव पर भी चिंता जताई।
आरक्षण मुद्दे पर आंदोलन की चेतावनी
मुख्यमंत्री को आरक्षण के मुद्दे पर पत्र लिखे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं पहले से ही कर रहा हूं कि इस पर पहले भी हम आंदोलन कर चुके हैं। जरूरत पड़ी तो आगे आरक्षण के मुद्दे पर हम लोग सड़क पर उतरेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार चलने योग्य नहीं बचे हैं। उनसे पूछा गया कि अपने मुख्यमंत्री को लेटर लिखा है उसका जवाब आया? इसपर उन्होंने कहा कि मेरी छोड़िए मुझे दें ना दें, चिराग पासवान से पूछिए उनको जवाब मिला या नहीं। आरक्षण के मुद्दे पर आगे जरूरत पड़ी तो सड़क से लेकर सदन तक फिर हम लोग आंदोलन करेंगे