अधिकतम ₹ 17950 तृतीय व चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों को मिलेगा
एआईआरएफ के पहल के बाद प्रधानमंत्री ने दिया निर्देश
मिरर मीडिया धनबाद : बुधवार को कैबिनेट की आपातकालीन बैठक में रेलकर्मियों के लिए वर्ष 2020-21 के लिए 72 दिनों के बोनस की अनुशंसा किए जाने पर ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने कड़ा प्रतिरोध दर्ज किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इस विषय में रेलकर्मियों के कोरोना आपदा काल में समर्पित रेलसेवा को ध्यान में रखते हुए रेलकर्मियों के हित में आवश्यक निर्णय लेने की अपील की। प्रधानमंत्री ने इस पर निर्णय लेते हुए सभी तृतीय व चतुर्थ वर्गीय रेलकर्मियों को 78 दिनों के उत्पादकता आधारित बोनस के भुगतान के निर्देश दिए। इस निर्देश के आधार पर रेलकर्मियों को पिछले साल की तरह इस साल भी 78 दिनों के बोनस के रूप में अधिकतम ₹ 17950 का भुगतान किया जाएगा।
उक्त जानकारी देते हुए ईसीआरकेयू के केन्द्रीय अध्यक्ष डी के पांडेय ने कहा कि इस विषय पर केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सार्वजनिक किया। इसमें बताया गया है कि 11.56 लाख रेलकर्मियों को बोनस की राशि प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी दुर्गा पूजा के पहले भुगतान कर दी जाएगी। डी के पांडेय ने कहा कि फेडरेशन की पहल नहीं हुई होती तो स्थिति निराशाजनक होती लेकिन महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा की तत्परता से सम्मानजनक राशि का भुगतान होना सुनिश्चित हुआ है।
बोनस राशि की घोषणा से ईसीआरकेयू के सदस्यों सहित सभी रेलकर्मियों को जहाँ राहत की सांस ली है वहीं अपनी खुशी भी प्रकट की है। इस मौके पर ए के दा,एन के खवास,टी के साहू,नेताजी सुभाष,बी के दुबे,सोमेन दत्ता,परमेश्वर कुमार,इन्द्रमोहन सिंह, के के सिंह,विजय कुमार, राजू चौबे,आरके प्रसाद, एके दास, पिंटू नंदन,एस मंजेश्वर राव,सुदीप्टो सिन्हा,धुरंधर यादव और विश्वजीत मुखर्जी उपस्थित थे।