Dhanbad में 40 वर्षो से खालसा होटल चला रहें गुरुचरण सिंह ने रंगदारी के चलते धनबाद छोड़कर चलें गएं हैं। गुरुचरण सिंह शेरा ने अपनी धनबाद के GT रोड स्थित खालसा होटल बेच कर पूरे परिवार के साथ लुधियाना चलें गए। इधर धनबाद में रंगदारी की बढ़ती घटना पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार की विधि व्यवस्था और कानून की कार्यशैली पर सवाल उठाया है।
उन्होंने अपने एक्स पर लिखा है कि 40 सालों से झारखंड में अपना व्यवसाय चला रहे धनबाद के प्रतिष्ठित खालसा होटल के मालिक गुरुचरण जी को रंगदारी के भय से अपना काम धंधा बंद कर पंजाब जाना पड़ा।
यह अत्यंत निराशाजनक और शर्मनाक खबर है। झामुमो-कांग्रेस की सरकार ने प्रिंस खान जैसे गुंडे को समर्थन देकर झारखंड की छवि पर कालिख पोत दी है। झामुमो-कांग्रेस वाले बताएं, क्या ऐसे ही झारखंड में निवेश बढ़ेगा? क्या ऐसे ही झारखंड उन्नति करेगा?
बात-बात पर अपने पति का अपराध पूछने वाली कल्पना सोरेन जी देख लीजिए, यह है आपके पति का अपराध! हेमंत सोरेन ने सत्ता संभालते ही राज्य की पुलिस प्रशासन को पंगु बनाकर वसूली के कामों में लगा दिया और स्वयं गुंडे-अपराधियों संग गिरोह बनाकर राज्य की आम जनता का भयादोहन शुरू कर दिया।
मैं गुरुचरण जी को आश्वस्त करता हूं कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनते ही 24 घंटे के अंदर धनबाद समेत पूरे झारखंड से प्रिंस खान जैसे गुंडे तख्ती लेकर जान की भीख मांगते फिरेंगे। भाजपा शासन में अर्थव्यवस्था चलाने वाले व्यवसायियों का नहीं बल्कि रंगदारी मांग रहे गुंडों का पलायन होगा।
झारखण्ड पुलिस के डीजीपी फिलहाल इस शर्मनाक खबर पर जरूर आत्मचिंतन करे और निर्णय लें कि उन्हें शासन की सेवा करनी है या जनता की सुरक्षा?