धनबाद जिले के विभिन्न प्रखंडों के स्कूलों और आंगनबाड़ी में एमआर अभियान हेतु चलाई गई जागरूकता कार्यक्रम
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एमआर अभियान को सफल बनाने को लेकर कई प्रखंडों में चलाई गई जागरूकता कार्यक्रम
मिरर मीडिया : एमआर अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु धनबाद जिला के विभिन्न प्रखंडों में स्कूलों और आंगनबाड़ी में जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए। इस दौरान बच्चों को मिजिल्स रूबेला के बारे में जानकारी दी गयी साथ ही अभिभावकों से अपील की गई कि अपने बच्चों को मिजिल्स रूबेला का टीका अवश्य लगाएं।
ज्ञातव्य हो कि 12 अप्रैल से मिजिल्स रूबेला के उन्मूलन को लेकर टीकाकरण की शुरुआत हो रही है। इस अभियान के तहत जिला के 9 महीने से लेकर 15 साल तक के लगभग आठ लाख से अधिक बच्चों का एमआर टीकाकरण निर्धारित है।
जागरूकता कार्यक्रम के दौरान लोगों को बताया गया कि खसरा एक जानलेवा रोग है। यह वायरस द्वारा फैलता है। इसके कारण बच्चों में दिव्यांगता तथा असमय मृत्यु हो सकती है। वहीं रूबैला भी एक संक्रामक रोग है। यह भी वायरस द्वारा फैलता है। इसके लक्षण खसरा रोग जैसे होते हैं। यह लड़के या लड़की दोनों को संक्रमित कर सकता है। यदि कोई महिला गर्भावस्था के शुरुआती चरण में इससे संक्रमित हो जाए तो कंजेनिटल रूबैला सिंड्रोम (सीआरएस) हो सकता है जो उसके भ्रूण तथा नवजात शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। खसरा रूबैला का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है। बच्चों को यह टीका एक प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी द्वारा लगाया जाएगा।