रामगढ़ जिले के मांडू प्रखंड अंतर्गत कुजू ओपी क्षेत्र के सीसीएल करमा परियोजना के पास स्थित महुआ टुगरी में शनिवार तड़के अवैध खनन के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। सुबह करीब 5 बजे खदान की चाल धंसने से चार लोगों की मौत की चर्चा है। घटनास्थल पर एक शव बरामद हुआ है, जिसे स्थानीय ग्रामीणों ने सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
सूत्रों का दावा: तीन शव ग्रामीण ले गए, एक शव को लेकर प्रदर्शन

स्थानीय सूत्रों के अनुसार, खदान में चाल धंसने के बाद चार लोग मलबे में दब गए, जिनमें से तीन शवों को ग्रामीणों ने निकालकर अपने साथ ले गए, जबकि एक शव को घटनास्थल पर ही रखकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
घटना के बाद से महुआ टुगरी में भारी संख्या में लोग जुटे हुए हैं और ग्रामीण प्रशासन व सीसीएल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।
अवैध खनन के दौरान हुआ हादसा
मिली जानकारी के मुताबिक, सीसीएल करमा परियोजना से सटे क्षेत्र में अवैध रूप से कोयले की खुदाई चल रही थी। शनिवार तड़के लगभग 5 बजे कुछ ग्रामीण कोयला चोरी के उद्देश्य से अवैध खदान में उतरे थे, तभी अचानक खदान की चाल धंस गई, जिससे चार लोग दब गए और घटनास्थल पर ही उनकी मौत की चर्चा है।
आरोप: खदान को बराबर करने की कोशिश में जुटा है प्रबंधन

ग्रामीणों का आरोप है कि सीसीएल प्रबंधन अपनी लापरवाही छिपाने के लिए घटनास्थल पर पेलोडर लगाकर खदान को बराबर करने में जुटा है, ताकि हादसे के निशान मिटाए जा सकें। इससे स्थानीय लोगों का गुस्सा और भी बढ़ गया है।
पुलिस और सीसीएल अधिकारी चुप्पी साधे
घटना की सूचना मिलने के बाद कुजू ओपी पुलिस और सीसीएल अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन इस पूरे मामले पर कोई भी खुलकर बयान नहीं दे रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि अवैध खनन की जानकारी अधिकारियों को पहले से थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।