बिहार चुनाव के दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर 11 नवंबर को मतदान है। इसके बाद 14 नवंबर को नतीजों का ऐलान होगा। दूसरे चरण में सुरक्षा की जबर्दस्त तैयारी की गई है। भारत-नेपाल सीमा को सील कर दिया गया है। इस दौरान बॉर्डर पर एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) हाई अलर्ट पर है। बताया गया कि बॉर्डर पर 72 घंटे के लिए आवागमन बंद कर दिया गया है।

पहले चरण की तुलना में सुरक्षा व्यवस्था ज्यादा कड़ी
बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) विनय कुमार ने रविवार को कहा कि विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान को लेकर सुरक्षा इंतज़ाम पूरी तरह से पुख्ता कर दिए गए हैं। पहले चरण की तुलना में इस बार सुरक्षा व्यवस्था और अधिक कड़ी की गई है। डीजीपी ने बताया कि 11 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए सभी जिलों में सुरक्षा बलों की व्यापक तैनाती की गई है।
केंद्रीय सुरक्षा बलों की कुल 1,650 कंपनियां तैनात
बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि दूसरे चरण में केंद्रीय सुरक्षा बलों की कुल 1,650 कंपनियां तैनात की जा रही हैं। इसके अतिरिक्त राज्य पुलिस बल की अतिरिक्त टुकड़ियां भी प्रत्येक जिले में भेजी गई हैं ताकि हर मतदान केंद्र पर शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित किया जा सके।
भारत-नेपाल सीमा से सटे 7 जिलों में हाई अलर्ट
विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। इनमें कई जिले अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय सीमाओं से सटे हैं, जिसके चलते अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। विनय कुमार ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा से सटे सात जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। बथनाहा, रक्सौल, मधुबनी, सीतामढ़ी, पश्चिमी चंपारण और पूर्वी चंपारण जिलों में भारत-नेपाल सीमाओं पर एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) हाई अलर्ट पर है।
बिहार की अंतर्राष्ट्रीय सीमा सील
वहीं, झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल की सीमाओं से लगे जिलों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा को शनिवार से पूरी तरह सील कर दिया गया है, जबकि अंतरराज्यीय सीमाएं रविवार शाम तक बंद कर दी जाएंगी।

