बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच क्रेडिट लेने की होड़ मची हुई है। एक तरफ राज्य की नीतीश सरकार नई-नई घोषणाएं कर रही है, तो दूसरी तरफ विपक्ष इसे अपनी पुरानी मांग बताते हुए क्रेडिट लेने की कोशिश में जुटा है। आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बीच बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है।

सम्राट चौधरी ने किया पोस्ट
सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस और राजद पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा, “बिहार में 15 साल तक लालू प्रसाद यादव का वह बदनाम 90 का दशक रहा और उससे पहले 40 साल कांग्रेस ने शासन किया, जिससे बिहार पिछड़ता चला गया। केंद्र में भी 2014 तक राजद-कांग्रेस की साझेदारी में सरकार रही, लेकिन तब न तो रोजगार आया, न कारोबार बढ़ा, न जातिगत जनगणना हो सकी और न ही युवाओं के लिए बिहार में अवसर तैयार किए गए।”
अब क्रेडिट के लिए बेचैनी- सम्राट चौधरी
उपमुख्यमंत्री ने आगे लिखा, “आज एनडीए सरकार अगर कोई काम करती है तो ये लोग तुरंत सामने आकर उसे अपना बताने लगते हैं। अगर वाकई इन्होंने अपने शासन में कुछ किया होता, तो अब क्रेडिट के लिए इतनी बेचैनी नहीं दिखानी पड़ती। राजद और कांग्रेस- एक क्रेडिट खोर और दूसरा क्रेडिट चोर बन चुके हैं।”
नीतीश के ऐलान के बाद तेजस्वी का वार
इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति लागू करने की घोषणा की थी। इसके तत्काल बाद बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार को निशाने पर लेते हुए इसे नकलची सरकार कह दिया। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार बिहार में डोमिसाइल नीति लागू करने की हमारी मांग को एकदम सिरे से खारिज करती थी, सदन में किसी भी सूरत में डोमिसाइल नीति लागू नहीं करने का दंभ भरती थी, और अब वही लोग हमारी अन्य योजनाओं की भांति इस घोषणा की भी नकल कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि स्पष्ट है कि 20 वर्षों की इस नकलची एनडीए सरकार की अपनी कोई नीति, दृष्टि और विजन नहीं है। जिस सरकार को 20 सालों में यह नहीं सूझा कि क्या करना है और क्या नहीं करना, उसे हमारे इशारों, मांगों और घोषणाओं पर नाचते देख बिहारवासियों को अच्छा लग रहा है।