बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो का आगाज हो गया है। विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार ने राजधानी के लोगों को बड़ी सौगात दी है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पटना में मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही शहर भारत के 24वें मेट्रो शहर की सूची में शामिल हो गया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पाटलिपुत्र बस टर्मिनल डिपो के पास बने मेट्रो स्टेशन से फेज की मेट्रो के परिचालन का शुभारंभ किया। वो खुद भी मेट्रो में बैठे। यह मेट्रो सेवा 4.3 किलोमीटर के रूट पर चलेगी, जो तीन स्टेशनों आईएसबीटी, जीरो माइल और भूतनाथ रोड के बीच संचालित हुई।
कितना होगा किराया?
पटना मेट्रो प्रबंधन के अनुसार, शुरुआत में मेट्रो की अधिकतम गति 40 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। आईएसबीटी से जीरो माइल का किराया 15 रुपये होगा। वहीं न्यू आईएसबीटी से भूतनाथ मेट्रो स्टेशन का किराया 30 रुपये निर्धारित किया गया है। यानी पटना मेट्रो का फिलहाल न्यूनतम किराया 15 रुपये और अधिकतम किराया 30 रुपये होगा।
क्या होगी टाइमिंग?
पहले चरण में आइएसबीटी मेट्रो स्टेशन से भूतनाथ रोड तक मेट्रो चलेगी। फिलहाल इसका परिचालन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक किया जाएगा। हर 20 मिनट के अंतराल पर प्रत्येक स्टेशन पर मेट्रो उपलब्ध होगी। प्रतिदिन मेट्रो 40 से 42 फेरे लगाएगी। प्रत्येक कोच में कुल 138 सीटें हैं और उसमें 945 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकते है। महिलाओं और दिव्यांगों के लिए प्रत्येक ट्रेन में 12-12 सीटें आरक्षित होंगी।
मेट्रो कोच में मिलेगीं ये सुविधाएं
हर एक मेट्रो कोच में मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग की सुविधा भी होगी। सभी दरवाजों के पास एक लाल रंग का पैनिक बटन दिया गया है। कोच के अंदर डिस्प्ले बोर्ड पर अगले स्टेशन की जानकारी और घोषणाएं लगातार चलती रहेंगी। वहीं यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर मेट्रो कोच में 360-डिग्री सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। आपात स्थिति के लिए दो इमरजेंसी बटन और माइक्रोफोन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत करीब 13,925 करोड़
पटना मेट्रो का प्लान नीतीश कुमार की कैबिनेट ने 11 जून 2013 को मंजूर किया था। इसके बाद डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई। केंद्र सरकार ने जून 2014 में हरी झंडी दिखाई और पांच चरणों का निर्माण प्लान मंजूर किया गया। पीएम मोदी ने 17 फरवरी 2019 को पहले मेट्रो कॉरिडोर की आधारशिला रखी थी। इसके लिए पटना मेट्रो रेल कारपोरेशन बनाया गया। दिल्ली मेट्रो को पटना मेट्रो के लिए सलाहकार बनाया गया। पटना मेट्रो प्रोजेक्ट की लागत करीब 13,925 करोड़ रुपये है। बिहार सरकार के अलावा केंद्र औऱ जापन इंटरनेशनल कारपोरेशन एजेंसी (JICA) ने भी इसके लिए वित्तीय सहायता दी है।

