राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती दिख रही है। पहले घर और पार्टी से निकाले गए। फिर महुआ विधानसभा चुनाव हार और अब बकाया बिजली बिल के एक मामले में बिजली विभाग ने परेशानी बढ़ा दी है।

3 साल से बकाया है बिजली बिल
पटना के बेऊर इलाके में तेज प्रताप का निजी आवास है। इस मकान का बिजली बिला पिछले 3 साल से बकाया है। बिजली विभाग के मुताबिक यह राशि 3 लाख 56 हजार रुपये से अधिक है, जो 2022 में आखिरी भुगतान के बाद जमा नहीं हुई है। बिजली विभाग के नियमों के अनुसार 25 हजार रुपये से ज्यादा बकाया होने पर कनेक्शन काट दिया जाता है, लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ है। अब बिजली विभाग तेज प्रताप यादव को नोटिस भेजने की तैयारी में है।
2022 के बाद कोई भुगतान जमा नहीं हुआ
तेज प्रताप यादव का यह आवास बेऊर के पॉश इलाके में है। जहां बिजली कनेक्शन घरेलू श्रेणी का है। बिजाली विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार जुलाई 2022 में आखिरी बार बिल जमा किया गया था। बिजली विभाग के अनुसार तेज प्रताप यादव का यह कनेक्शन 2018 से सक्रिय है, लेकिन 2022 के बाद कोई भुगतान जमा नहीं कराया गया। उसके बाद मासिक बिलों की अनदेखी से बकाया चक्रवृद्धि ब्याज के साथ यह बढ़ता चला गया।
बिजली कनेक्शन अब भी पोस्टपेड
जानकारी के अनुसार तेज प्रताप के आवास का औसतन मासिक खपत 500 यूनिट है, जो उनके लग्जरी लाइफस्टाइल को दर्शाती है। बिहार में जहां हर घर में स्मार्ट मीटर लगाकर प्रीपेड बिलिंग सिस्टम लागू किया जा चुका है, वहीं आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव के निजी आवास का बिजली कनेक्शन अब भी पोस्टपेड है।
स्मार्ट मीटर वाले राज्य में ‘पोस्टपेड’ कनेक्शन कैसे?
सरकार ने पूरे राज्य में स्मार्ट मीटर अभियान शुरू कर यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी उपभोक्ता पर बिल का भारी बकाया न हो। रिचार्ज खत्म होते ही बिजली कट जाती है। लेकिन तेज प्रताप यादव के निजी कनेक्शन में यह व्यवस्था लागू नहीं की गई है। हालांकि अधिकारी दावा कर रहे हैं कि विभाग किसी जनप्रतिनिधि को कोई विशेष छूट नहीं देता और उनके लिए सिर्फ “कंज्यूमर आईडी” ही मायने रखती है।

