बिहार के बाहुबली नेता अशोक महतो की पत्नी अनीता देवी एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं। तेजस्वी यादव ने उन्हें नवादा के वारिसलिगंज सीट से राजद उम्मीदवारी का टिकट आखिर दे ही दिया। इससे पहले 9 अक्टूबर की रात अशोक महतो राबड़ी आवास पहुंचे थे, जहां उन्हें एंट्री नहीं मिली थी। जिसके बाद अशोक महतो को लेकर तरह-तरह की अटकले लगाई जा रही थी।

तेजस्वी यादव ने सौंपा पार्टी का सिंबल
कुख्यात बाहुबली अशोक महतो की पत्नी कुमारी अनीता को राजद ने वारिसलीगंज से उतारा है। तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी का सिंबल सौंपते हुए समर्थन भी दिया। अशोक महतो की पत्नी अनीता देवी ने फेसबुक पर तस्वीरें शेयर कर लिखा, बहुत-बहुत धन्यवाद वारिसलीगंज विधानसभा की सम्मानित जनता को। गरीबों के मसीहा लालू प्रसाद यादव जी और युवाओं के प्रेरणास्रोत, बिहार के भावी मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जी का आभार। जिन्होंने वारिसलीगंज विधानसभा सीट से अनीता जी पर विश्वास जताकर जनसेवा करने का अवसर दिया यह हमारे लिए सम्मान ही नहीं, बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी भी है।
तेजस्वी के गार्ड ने अशोक महतो को रोका था
इससे पहले 9 अक्टूबर की रात अशोक महतो राबड़ी आवास पहुंचे थे। अशोक महतो काफी देर तक राबड़ी आवास पर खड़े रहे। लेकिन उन्हें तेजस्वी के गार्ड ने रोके रखा। आखिरकार अशोक महतो की मुलाकात नहीं हो पाई और गार्ड ने दरवाजे से ही उन्हें वापस भेज दिया। कहा जा रहा था कि बाहुबली नेता अशोक महतो टिकट के सिलसिले में ही तेजस्वी यादव से मुलाकात करने पहुंचे थे।
नवादा में महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल
इधर अशोक महतो की पत्नी को आरजेडी टिकट मिलने के साथ ही नवादा में महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि सीट बंटवारे को लेकर यहां भारी असंतोष दिख रहा है। खासकर अब वारिसलीगंज विधानसभा सीट पर आरजेडी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं। कुख्यात बाहुबली अशोक महतो की पत्नी कुमारी अनीता को वारिसलीगंज से टिकट देते हुए तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी का सिंबल सौंपा। वहीं, कांग्रेस ने भी इसी सीट से सतीश कुमार उर्फ मंटन सिंह को मैदान में उतारकर सीधा मुकाबला खड़ा कर दिया है। महागठबंधन के इस दोस्ताना मुकाबले के पीछे रणनीति जो भी हो, असल में यह भीतर ही भीतर फूट की कहानी भी बयां कर रहा है।

