
धनबाद : शुक्रवार को धनबाद मंडल की संसदीय समिति की बैठक का आयोजन मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में किया गया । इस बैठक में धनबाद मंडल क्षेत्राधिकार के सांसदों ने हिस्सा लिया । बैठक की अध्यक्षता धनबाद सांसद पीएन सिंह ने की । इस दौरान सांसदों ने जनहित से जुड़े मुद्दे एवं रेल के सर्वांगीण विकास हेतु अपने-अपने सुझावों को रखा गया ।
बैठक में चतरा सांसद सुनील कुमार सिंह, पलामू सांसद विष्णु दयाल राम, गिरिडीह सांसद चन्द्र प्रकाश चौधरी के साथ – साथ पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल, धनबाद मंडल के मंडल रेल प्रबंधक कमल किशोर सिन्हा सहित मुख्यालय एवं मंडल के अधिकारी मौजूद रहें।
इनके अलावा शिक्षा राज्य मंत्री भारत सरकार अन्नपूर्णा देवी के प्रतिनिधि नागेन्द्र महतो, सांसद जयंत सिन्हा के प्रतिनिधि चन्द्र भूषण प्रसाद, सांसद संजय सेठ के प्रतिनिधि प्रीतम साहू, सांसद अजय प्रताप सिंह के प्रतिनिधि विक्रम सिंह चंदेल, सांसद पकौड़ी लाल के प्रतिनिधि कृष्णा गौतम, सांसद विजय कुमार के प्रतिनिधि अजय कुमार सिन्हा, सांसद महुआ मांझी के प्रतिनिधि लखी सोरेन, सांसद समीर उरांव के प्रतिनिधि अरूण कुमार जोशी, सांसद दीपक प्रकाश के प्रतिनिधि चन्द्रशेखर सिंह एवं सांसद आदित्य प्रसाद के प्रतिनिधि मिल्टन पार्थ सारथी उपस्थित रहें।
वहीं ,महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल ने कहा कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में धनबाद मंडल माल लदान एवं इससे प्राप्त आय में भारतीय रेल के सभी मंडलों में प्रथम स्थान प्राप्त करने का गौरव हासिल किया है। उन्होंने कहा कि धनबाद मंडल द्वारा पिछले दिनों यात्री सुविधा की दिशा में कई महत्वपूर्ण कार्य पूरे किये गए हैं जिनमें 06 स्टेशनों पर एफओबी, 04 स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म शेड तथा 11 स्टेशनों पर दिव्यांग शौचालय की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है । रांची और पटना के मध्य विश्वस्तरीय अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त वंदे भारत ट्रेन का परिचालन प्रारंभ किया गया है तथा धनबाद-चन्द्रपुरा पैसेंजर ट्रेन एवं न्यू गिरिडीह से रांची के लिए इंटरसिटी का परिचालन प्रारंभ किया गया । दैनिक रेलयात्रियों को अनारक्षित टिकट सुगमता से उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 04 प्रमुख स्टेशनों पर ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीनें स्थापित की गई है। ‘एक स्टेशन एक उत्पाद‘ योजना के तहत धनबाद मंडल के 11 प्रमुख स्टेशनों पर स्टॉल एवं 15 स्टेशनों पर ट्रॉली उपलब्ध कराए गए हैं। इनसे एक ओर जहां इन क्षेत्रों का विकास होगा वहीं दूसरी ओर लोगों को रोजगार भी मिलेगा ।
इसके अलावा महाप्रबन्धक ने सांसदों से प्राप्त सुझावों के लिये आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सुझाव हमें भविष्य में रेल विकास कार्यों की रूप-रेखा तय करने में काफी सहायक सिद्ध होंगे ।