डिजिटल डेस्क। जमशेदपुर: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड के जमशेदपुर में 800 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले के सिलसिले में कारोबारी अमित गुप्ता को तीन दिन की रिमांड पर लिया है। यह कार्रवाई एक बड़े पैमाने पर फर्जी जीएसटी चालान रैकेट की जांच के तहत की गई है, जिसमें 14,325 करोड़ रुपये के फर्जी इनवॉइस के जरिए 800 करोड़ रुपये से अधिक की इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) की अवैध दावेदारी का खुलासा हुआ है।
घोटाले का विवरण
ईडी की जांच में पता चला है कि इस घोटाले में 185 फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल किया गया, जिनके माध्यम से फर्जी चालान बनाए गए। अमित गुप्ता और उनके सहयोगी शिवकुमार देवड़ा, सुमित गुप्ता, मोहित गुप्ता और अन्य ने मिलकर इस जाल को अंजाम दिया। जांच एजेंसी के अनुसार, अमित गुप्ता और मोहित गुप्ता ने 6 फर्जी कंपनियों का संचालन किया, जिनके जरिए 60.31 करोड़ रुपये की फर्जी आईटीसी का दावा किया गया। इस घोटाले के मास्टरमाइंड शिवकुमार देवड़ा ने 7 फर्जी कंपनियों के जरिए 55.83 करोड़ रुपये की आईटीसी हासिल की थी।
गौरतलब है कि ईडी ने मई 2025 में रांची, जमशेदपुर और कोलकाता में 9 स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसके बाद अमित गुप्ता, शिवकुमार देवड़ा और मोहित देवड़ा को गिरफ्तार किया गया। इन्हें 10 मई को विशेष पीएमएलए (मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम) कोर्ट में पेश किया गया, जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया था। हाल की कार्रवाई में, अमित गुप्ता को 3 दिन की रिमांड पर लिया गया है, ताकि घोटाले के अन्य पहलुओं और इसमें शामिल अन्य लोगों की जानकारी हासिल की जा सके। इसके अलावा ईडी ने इस मामले में शेल कंपनियों के 10 बैंक खातों में जमा 60 लाख रुपये जब्त किए हैं।
ईडी की जांच से पता चला है कि इस घोटाले में फर्जी कंपनियों और जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर टैक्स क्रेडिट का दुरुपयोग किया गया। घोटाले का नेटवर्क झारखंड और पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ है। जांच में यह भी सामने आया है कि पिछले साल जीएसटी निदेशालय ने जमशेदपुर और आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में 150 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया था। ईडी का मानना है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, इस घोटाले का दायरा और बढ़ सकता है।