मिरर मीडिया : केंद्र सरकार की योजना अग्निपथ पर अग्निवीर बनकर नहीं चलने को तैयार जवानों ने अपनी प्रतिक्रिया तो दे दी है जिसके बाद मंथन के बाद केंद्र द्वारा इसमें त्वरित बदलाव भी किया गया है पर यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी की सेना में जाने के इच्छुक नौजवान, छात्र अभी भी नाखुश है और विरोध प्रदर्शन कर के इसपर आपत्ति जता रहें है। हालांकि इस तरह से नुकसान कर के विरोध जताना उचित नहीं है। इसी क्रम में इस अग्निपथ योजना से जुड़े पहलु पर अपनी सुझाव को नौजवानों, देशहित और समाजहित के लिए धनबाद के सामाजिक कार्यकर्ता और लोकहक मानव सेवा काउंसिल के केंद्रीय उपाध्यक्ष कुमार मधुरेंद्र सिंह ने पत्र के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष रखा है।

जिसके अनुसार अग्निपथ योजना के तहत अल्पकालिक चार वर्ष के कार्यकाल को बढ़ाकार आठ वर्ष की सेवा ली जाए साथ ही देश के लिए यह सेवा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी जवानों को देश के अंदर एयरपोर्ट पर उनकी सेवा ली जाए सीआईएसएफ जवान के अंतर्गत और सभी रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल के अंतर्गत सेवा ली जाए ताकि उनका आगे का भविष्य स्थाई तौर पर बनी रहें।

वही सेवानिवृत्त होने के बाद अन्य नौकरी मिलने तक सैलरी के पच्चीस प्रतिशत से चालीस प्रतिशत के बीच तक सहयोग राशि मुहैया कराए जाने का सुझाव भी रखा है।
