मिरर मीडिया : जैसे जैसे ED की दबिश और पूछताछ बढ़ती जा रही है वैसे वैसे रांची जमीन घोटाले का मामला वृहत होता जा रहा है। इस मामले में अब एक बड़ा खुलासा सामने आया है। जानकारी के अनुसार फर्जी कागजात के जरिए सैकड़ों एकड़ जमीन का सौदा किया गया है। वहीं कोलकाता से तार जुड़ने के बाद अब जांच में कोलकाता के रजिस्ट्रार ऑफ इंश्योरेंस भी सामने आया है। जिसके बाद ED नया केस दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।
गौरतलब है कि इसी साल ED ने 13 और 26 अप्रैल को इस मामले में रेड की थी. उस वक्त अफसर अली, बड़गाई CO के राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के साथ-साथ अन्य आरोपियों के मोबाइल से डीड और जमीन के कागजात मिले थे। जिसके बाद ED ने सत्यापन के लिए इन सारे डीड की जांच के लिए रजिस्ट्रार ऑफ एश्यारेंस को लेटर लिखा था। इस लेटर के आधार पर कोलकाता में पूरे मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी।वही जांच के बाद कमेटी ने सारे डीड फर्जी पाए।
बता दें इस मामले में कोलकाता के रजिस्ट्रार आफ एश्योरेंस ने ED के पत्र के आलोक में 36 डीड की जांच की थी। जिसमें आश्चर्य की बात है कि सभी 36 डीड फर्जी पाए गए हैं और यही डीड के आधार पर रांची में सैकड़ों एकड़ जमीन का सौदा हुआ है। जबकि अधिकांश जगहों पर जमीन खरीद कर लोग निर्माण भी कर चुके हैं। कुल मिलाकर यह कहें कि यह घोटाला बहुत बड़ा है और पूरे मामले में ईडी की रडार पर अब राजस्व विभाग के अधिकारी और कर्मी भी आ गए हैं।
इधर इस मामले में कोलकाता के हेयर स्ट्रीट थाने में 26 जून को FIR भी दर्ज की गई। जबकि बता इससे पहले भी 10 मई को हेयर स्ट्रीट थाने में दर्ज केस नंबर 196 में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ IPS की धारा 120 बी, 465, 467, 468, 471, 420 के तहत मामला दर्ज हुआ था।