सार:
International Women’s Day 2024: धनबाद की महिलाओं का धरना बैठना एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिसमें वे अपने अधिकारों की रक्षा कर रही हैं। महिलाओं का कहना है कि वे जमीन दान नहीं कर पा रही हैं और उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वे इस मुद्दे पर अपने हक के लिए सड़क पर उतरी हुई हैं। उनका धरना देने का मकसद है कि सरकार और प्रशासन उनकी समस्याओं को समझे और उनके अधिकारों का सम्मान करें। इसे एक सार्वजनिक मुद्दा बनाने के लिए उनकी पहल प्रशंसनीय है।
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डिजिटल डेस्क । धनबाद : International Women’s Day 2024: पूरी दुनिया आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मना रही है, लेकिन धनबाद के चिटाही की कहानी अलग है। यहां की कई महिलाएं पिछले 11 दिन से धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर धरना दे रही हैं। लड़ाई छेड़ रखी है बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो के खिलाफ और विरोध है जिला प्रशासन और सरकार की और से की जा रही उपेक्षा का। महिलाओं का आरोप है कि बाघमारा विधायक के इशारे पर उनके घरों की बिजली पिछले 25 फरवरी से काट दी गई है। सामाजिक रूप से उन्हें बहिष्कार की स्थिति झेलनी पड़ रही है, लेकिन इन सबकी शिकायत के बावजूद जिला प्रशासन की ओर से सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है।
International Women’s Day 2024: कहा- जमीन दान देने को रहे विधायक, बात नहीं मानने पर काट दी गई घरों की बिजली:
धरना दे रही महिलाओं ने कहा कि उनके घर चिटाही में निर्मित रामराज मंदिर के बगल में है। आरोप लगाया कि विधायक ढुल्लू महतो उन्हें अपनी जमीन रामराज मंदिर ट्रस्ट को दान में देने को कह रहे हैं। महिलाओं का कहना है कि वह काफी गरीबी में गुजर-बसर कर रही हैं और जमीन दान नहीं करने पर उन्हें कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ रही है। अभी बच्चों की परीक्षा का समय है, लेकिन 25 फरवरी से ही उनके घरों की बिजली कटी हुई है।
मुख्यमंत्री, जिले के उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक सबसे इसकी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। हर जगह से अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है। मजबूरन उन्हें अपने बच्चों और घर परिवार को छोड़कर धरना पर बैठना पड़ा है। चिटाही गांव से आई रजनी देवी, पूजा देवी समेत अन्य महिलाओं ने कहा कि हर जगह इसकी लिखित शिकायत की, फिर भी उनकी समस्या जस की तस है। अगर उनकी बात नहीं सुनी गई तो वह अनिश्चितकाल तक धरना पर बैठी रहेंगी।
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