झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान बुधवार, 20 नवंबर को होगा। इस चरण में 12 जिलों की 38 विधानसभा सीटों पर कुल 528 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें 55 महिलाएं और एक थर्ड जेंडर उम्मीदवार भी शामिल हैं। 1.23 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
प्रमुख सीटें और कड़े मुकाबले
धनवार सीट: सबसे अधिक 24 प्रत्याशी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी यहां से चुनाव लड़ रहे हैं।
देवघर सीट: सबसे कम 7 उम्मीदवार।
राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों की भागीदारी
भारतीय जनता पार्टी: 32 उम्मीदवार।
झारखंड मुक्ति मोर्चा: 20 उम्मीदवार।
कांग्रेस: 13 उम्मीदवार।
बहुजन समाज पार्टी: 24 उम्मीदवार।
आजसू: 6 उम्मीदवार।
राष्ट्रीय जनता दल: 2 उम्मीदवार।
निर्दलीय: 257 उम्मीदवार।
महिलाएं और थर्ड जेंडर की भागीदारी
महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को दर्शाते हुए 55 महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। गिरिडीह से अश्विनी अंबेडकर, एक थर्ड जेंडर प्रत्याशी, भी इस चरण में अपनी किस्मत आजमा रही हैं।
मतदान केंद्र और सुरक्षा प्रबंध
कुल मतदान केंद्र: 14,218।
शहरी क्षेत्र: 2,414।
ग्रामीण क्षेत्र: 11,804।
सुरक्षा: पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात, सभी मतदान केंद्रों पर लाइव निगरानी के लिए वेबकास्टिंग।
निर्वाचन आयोग का सख्त दिशा-निर्देश
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के. रवि कुमार ने बताया कि मतदान के दिन आचार संहिता का सख्ती से पालन किया जाएगा:
मतदान केंद्र के 200 मीटर के भीतर प्रचार शिविर पर प्रतिबंध।
मतदान केंद्र के भीतर मोबाइल फोन और वीडियो रिकॉर्डिंग अवैध।
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 का दूसरा चरण बुधवार, 20 नवंबर को होगा। 12 जिलों की 38 विधानसभा सीटों के लिए 1.23 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। सोमवार को प्रचार समाप्त होने के बाद, अब प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला मतदाता करेंगे।
महिलाएं और थर्ड जेंडर भी पेश करेंगे चुनौती
दूसरे चरण में कुल 528 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 55 महिलाएं शामिल हैं। इनमें से 13 महिलाएं राष्ट्रीय पार्टियों से चुनाव लड़ रही हैं। साथ ही, एक थर्ड जेंडर उम्मीदवार, अश्विनी अंबेडकर, भी इस चरण में अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं। वह “आपकी विकास पार्टी” की उम्मीदवार हैं और गिरिडीह से चुनाव लड़ रही हैं।
राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के प्रमुख उम्मीदवार
इस चरण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सबसे अधिक 32 उम्मीदवार उतारे हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने 20 उम्मीदवार, कांग्रेस ने 13, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 24 और आजसू ने 6 उम्मीदवार खड़े किए हैं। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने भी 2 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। वहीं, 257 निर्दलीय प्रत्याशी भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
धनवार विधानसभा सीट सबसे अधिक 24 उम्मीदवारों के साथ प्रतिस्पर्धा में है। इसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी प्रमुख दावेदार हैं। दूसरी ओर, देवघर सीट पर केवल 7 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।
मतदान केंद्र और सुरक्षा प्रबंध
दूसरे चरण के लिए कुल 14,218 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 2,414 शहरी और 11,804 ग्रामीण क्षेत्र में हैं। सभी मतदान केंद्रों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू होगा। स्वतंत्र, निष्पक्ष और भयमुक्त मतदान सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने बताया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर लाइव निगरानी के लिए दो कैमरे लगाए गए हैं। वेबकास्टिंग के माध्यम से सभी मतदान केंद्रों की सतत निगरानी की जाएगी।
चुनाव आचार संहिता का पालन अनिवार्य
निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि मतदान केंद्र के 200 मीटर के भीतर किसी भी दल या प्रत्याशी का प्रचार शिविर नहीं लगाया जाएगा। शिविर में केवल सादे कागज पर मतदाताओं को सीरियल नंबर देने की अनुमति होगी। मतदान की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए मतदान केंद्र के भीतर मोबाइल फोन, फोटो खींचने और वीडियो बनाने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। इसका उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई का प्रावधान है।
महत्वपूर्ण तिथियां और मतदान की प्रक्रिया
20 नवंबर को मतदान होगा, और इसके परिणाम झारखंड की राजनीतिक स्थिति को तय करेंगे। हर विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।
झारखंड के मतदाता लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। अब देखना होगा कि किसकी मेहनत और रणनीति रंग लाती है।