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Jharkhand में loksabha चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ Dhanbad में लोकसभा सीट पर सियासी जंग छिड़ चुकी है। धनबाद संसदीय क्षेत्र से पहले BJP प्रत्याशी ढुलू महतो का सीधा टक्कर कांग्रेस के प्रत्याशी से आमने सामने होने की चर्चा थी पर सरयू राय की एंट्री के बाद Dhanbad में राजनीति परिदृश्य पूरी तरह बदल चूका है।
पहले भी सरयू राय ढुलू पर आरोप लगाते हुए ED से कर चुके है जांच की मांग
बता दें कि जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय कई बार BJP प्रत्याशी ढुलू महतो पर हमला बोल चुके हैं जबकि बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो के खिलाफ़ अवैध कमाई करने और बेनामी संपत्ति बनाने का आरोप लगाते हुए ED से जांच की मांग भी कर चुके है। जबकि ढुलू महतो के वकील द्वारा इस संदर्भ में वकालतन नोटिस भेज कर माफ़ी मांगने का जिक्र किया है। लेकिन इसपर भी सरयू राय अपनी बात पर अड़े रहें।
जमीन से क़ब्ज़ा हटाने की मांग को लेकर सरयू ने jharkhand के राज्यपाल व मुख्यमंत्री को लिख चुके हैं पत्र
इसी क्रम में एक बार फिर सरयू राय ने धनबाद के BJP प्रत्याशी सह बाघमारा MLA ढुल्लू महतो के ख़िलाफ मोर्चा खोला है। सरयू राय ने बाघमारा विधायक और Dhanbad BJP प्रत्याशी ढुलू महतो पर सरकारी और ग्रामीणों की करीब 200 एकड़ जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। वहीं झारखण्ड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और और मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से पत्र लिखकर रैयती जमीन पर से क़ब्ज़ा हटाने और सरकारी ज़मीन एवं सरकारी परिसंपत्ति को कब्जा मुक्त कराने की माँग की है।
सरयू राय द्वारा लिखें गए पत्र के अनुसार धनबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के घोषित प्रत्याशी द्वारा बाघमारा विधानसभा क्षेत्र मे, जहां से वे सम्प्रति विधायक हैं, ग्रामीणों पर उनके द्वारा किए गए अत्याचार का संक्षिप्त ब्यौरा है। विधायक जी के ग्रामवासी भी इससे अछूता नहीं है। उन्होंने ग्रामीणों और सरकार की क़रीब 200 एकड़ ज़मीन पर जबरन क़ब्ज़ा कर लिया है और जेल की उंची दीवार की तरह ऊँची चहारदीवारी खड़ा कर चारों ओर से घेर लिया है। एक ग्रामीण पथ को भी चहारदीवारी के भीतर कर उसपर बड़ा सा गेट लगा दिया है।
गौरतलब है कि विधायक सरयू ने पत्र में BJP Dhanbad प्रत्याशी ढुलू महतो के बाघमारा क्षेत्रों में घूम घूम उनके खिलाफ तथ्य और सुबूत जुटाने के लिए पीड़ितो से मिलने का दावा भी किया है। उन्होंने लिखा है कि ग्रामीणों के बुलावे पर धनबाद जिला के बाघमारा विधानसभा क्षेत्र के गाँवों के भ्रमण में भय, आतंक, दबंगई एवं अत्याचार और अनचार का वातावरण व्याप्त पाया है। सरयू ने ग्रामीणों द्वारा उन्हें बताए गए कई आरोप को लगाया है।
बहरहाल सरयू राय द्वारा लिखें गए पत्र के तथ्यों और उनके दावों में कितनी सच्चाई है इसकी पुष्टि मिरर मीडिया नहीं करता है यह तो जांच का विषय है। लिहाजा अब देखना यह है कि इस पत्र पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री क्या कार्रवाई करते हैं। वहीं ढुलू महतो इसपर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।