भारत में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में एक बार फिर वृद्धि देखने को मिल रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय और विभिन्न समाचार स्रोतों के अनुसार, बीते 24 घंटे में देश में कोविड-19 से 5 लोगों की मौत हुई है और सक्रिय मामलों की संख्या 4,000 के पार पहुंच गई है। यह स्थिति देश के लिए एक बार फिर सतर्कता का संकेत दे रही है।
📍 मौतों का कारण क्या रहा?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जिन मरीजों की मौत हुई है, वे पहले से किसी न किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
डायबिटीज (मधुमेह)
हृदय रोग (Heart Disease)
ब्लड प्रेशर (Hypertension)
कैंसर और अन्य पुरानी बीमारियाँ
इनका इम्यून सिस्टम पहले से कमजोर था, जिस कारण से कोरोना संक्रमण उनके लिए घातक साबित हुआ। डॉक्टरों ने बताया कि संक्रमण के लक्षण भले ही हल्के थे, लेकिन पहले से बीमार लोगों में यह जानलेवा बन गया।
🧬 कोविड का नया वेरिएंट: NB.1.8.1
देश में जो मामले बढ़ रहे हैं, वे ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट NB.1.8.1 से जुड़े हैं। इसके लक्षण आमतौर पर हल्के हैं, जैसे कि:
हल्का बुखार
गले में खराश
सिरदर्द
थकावट
हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह वेरिएंट तेज़ी से फैलता है, लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है, जब तक आप स्वस्थ हैं और टीका लगवा चुके हैं।
📊 राज्यवार कोविड-19 की स्थिति (3 जून 2025 तक)
भारत में कोविड-19 के मामलों में फिर तेजी देखने को मिल रही है। सबसे अधिक मामले केरल में हैं, जहाँ कुल 1416 सक्रिय मरीज हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 494, गुजरात में 397, दिल्ली में 393, पश्चिम बंगाल में 372, और कर्नाटक में 311 सक्रिय मामलों की पुष्टि हुई है।
तमिलनाडु में 215, उत्तर प्रदेश में 138, राजस्थान में 75, और हरियाणा में 44 मरीज एक्टिव हैं। आंध्र प्रदेश में 28, पुडुचेरी में 27, मध्य प्रदेश में 21, बिहार, छत्तीसगढ़, और झारखंड – इन तीनों राज्यों में 11-11 मामले दर्ज किए गए हैं।
जम्मू-कश्मीर और पंजाब में 9-9, गोवा में 8, असम में 6, तेलंगाना और सिक्किम में 4-4, जबकि उत्तराखंड में 3 सक्रिय मरीज हैं।
मिजोरम और चंडीगढ़ में केवल 2-2 मामले हैं। सबसे खास बात यह है कि अरुणाचल प्रदेश में एक भी सक्रिय मामला नहीं है, जो एक सकारात्मक संकेत है।
🩺 विशेषज्ञों की चेतावनी और सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों और डॉक्टरों का कहना है:
यह लहर गंभीर नहीं है, लेकिन बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को सतर्क रहना चाहिए।
कोविड को लेकर लापरवाही न बरतें। अगर लक्षण हैं तो तुरंत जांच करवाएं।
अस्पतालों में भर्ती होने की ज़रूरत अधिकतर मामलों में नहीं पड़ रही है।
💉 टीकाकरण और बूस्टर डोज़ की आवश्यकता
सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे:
समय पर बूस्टर डोज़ (प्रिकॉशन डोज़) लें।
विशेष रूप से 60 वर्ष से ऊपर के लोग और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग बूस्टर ज़रूर लगवाएं।
😷 सावधानियां जो आपको रखनी चाहिए
- सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनें।
- हाथों को बार-बार धोएं या सैनिटाइज़ करें।
- भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
- अपने स्वास्थ्य की निगरानी रखें और लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं।
🏥 सरकार की तैयारी
केंद्र और राज्य सरकारें सक्रिय हैं और निम्नलिखित कदम उठा रही हैं:
अस्पतालों में ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की उपलब्धता की समीक्षा।
टेस्टिंग की गति बढ़ाई जा रही है।
लोगों को घर से काम करने और स्कूलों में सतर्कता बरतने की सलाह।