नीट पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। बिहार पुलिस की एसटीएफ ने उसे पटना से गुरुवार की रात गिरफ्तार किया। संजीव मुखिया कई महीनों से फरार था। बिहार पुलिस ने उस पर 3 लाख रुपये का इनाम भी रखा था।
पेपर लीक का मास्टरमाइंड होने का आरोप
नीट पेपर लीक मामले में पहले भी कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। मामले में पहले ही मुखिया के बेटे समेत 36 लोग पकड़े जा चुके हैं। पुलिस इसके मास्टरमाइंड को लंबे समय से ढूंढ रही थी। अब सॉल्वर गैंग का सरगना संजीव मुखिया पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है।बिहार एसटीएफ और ईओयू की टीम संजीव मुखिया से पूछताछ कर रही है। पुलिस मानती है कि वह पेपर लीक की मुख्य कड़ी है। उससे पूछताछ के बाद कई अहम खुलासे हो सकते हैं।
कई छात्रों से करीब 40 लाख रुपये लेकर कराया था पेपर लीक
हाल ही में पटना पुलिस ने संजीव मुखिया पर तीन लाख रुपये का इनाम रखा था। संजीव मुखिया के साथ-साथ पुलिस ने दो अन्य अपराधियों पर भी ईनाम का ऐलान किया था। संजीव मुखिया नालंदा जिले के नगरनौसा थाना क्षेत्र का रहने वाला है। उसके खिलाफ कुल चार मामले दर्ज हैं। वह इन सभी मामलों में फरार चल रहा था। संजीव मुखिया पहले नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर काम करता था। नीट पेपर लीक की जब जांच शुरू हुई तो पता चला था कि कई छात्रों से करीब 40 लाख रुपये लेकर पेपर लीक कराए गए थे और यही नहीं पेपर के जवाब भी छात्रों को पटना में रटवाए गए थे। पेपर हजारीबाग के एक एग्जाम सेंटर से लीक हुआ था।
जनवरी में जारी हुआ था अरेस्ट वारंट
जनवरी महीने में पटना सिविल कोर्ट ने संजीव के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था। अदालत ने कहा था कि अगर एक महीने में उसकी गिरफ्तारी नहीं होती है या फिर वह खुद कोर्ट में पेश नहीं होता है तो उसकी संपत्ति कुर्क की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद ईओयू के अधिकारी लगातार उसकी तलाश में जुटे हुए थे। एक बार तो उसके नेपाल में छुपे होने की खबर भी सामने आई थी।
कई परीक्षा घोटालों में आ चुका है नाम
बता दें कि संजीव मुखिया का नाम पहले भी कई परीक्षा घोटालों में आ चुका है। साल 2016 में सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक हुआ था और उसमें भी इसका नाम सामने आया था। इसके अलावा बीपीएससी शिक्षक बहाली पेपर लीक मामले में भी वह जेल जा चुका है।