मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका में झारखण्ड फ्लाइंग इंस्टीट्यूट को युवाओं के नाम समर्पित करते हुए राज्य के युवाओं के लिए aviation सेक्टर में करियर की नई संभावनाओं के द्वार खोल दिए। अब झारखण्ड के युवा यहीं पायलट प्रशिक्षण प्राप्त कर पायलट बन सकेंगे।
🔹 30 युवाओं का चयन प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से किया जाएगा।
🔹 इनमें से 15 आरक्षित वर्ग के युवाओं को राज्य सरकार 100% स्कॉलरशिप पर प्रशिक्षण देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2008 में इस संस्थान की आधारशिला रखी गई थी, लेकिन वर्षों तक इसे आगे बढ़ाने के बजाय बंद डब्बे में डाल दिया गया। उन्होंने कहा कि ऐसे संस्थानों को पहले जानबूझकर उपेक्षित किया गया, लेकिन अब परिस्थितियाँ बदल चुकी हैं—
“अब यहां का युवा हवाई जहाज में चढ़ेगा भी और हवाई जहाज उड़ाएगा भी।”
झारखण्ड फ्लाइंग इंस्टीट्यूट के शुरू होने से राज्य के युवाओं के लिए देश और विदेश में एविएशन सेक्टर में नौकरी और करियर की बड़ी संभावनाएं पैदा होने जा रही हैं।

