मिरर मीडिया : खतरनाक निपाह वायरस एक बार फिर इन दिनों केरल में बड़ी तेजी के साथ फैल रहा है। एक 24 वर्षीय हेल्थ वर्कर निपाह वायरस के एक मरीज के संपर्क में आया और जब उसका टेस्ट किया गया तो वह बुधवार को पॉजिटिव मिला। फिलहाल केरल में निपाह वायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5 हो गई है।
दो मरीजों की जान भी चली गई है। वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए केरल में कई तरह की पाबंदियां भी लगाई जा रही हैं। चिंता की बात यह है कि जो व्यक्ति संक्रमित मिला है वह करीब 700 लोगों के संपर्क में आ चुका है। ऐसे में पूरे राज्य में निपाह के मामले तेजी से बढ़ने की आशंका है।
वायरस सीधे दिमाग पर करता है असर
बताया जा रहा है कि इस बार केरल में निपाह वायरस का जो स्ट्रेन मिला है वह काफी खतरनाक है। इससे मृत्यु दर अधिक है। ये तेजी से एक से दूसरे इंसान में फैलता है। निपाह वायरस सीधे दिमाग पर असर करता है। इससे ब्रेन में सूजन आ जाती है, जो बाद में मौत का कारण बनती है। निपाह से केरल में बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं। इसको देखते हुए केरल के आसपास के राज्य भी अलर्ट पर हैं।
तीन से चार दिन के भीतर ही वायरस का दिखने लगता है असर
डॉक्टरों के मुताबिक, निपाह के मामले भारत में पहले भी आते रहे हैं, लेकिन इस बार स्ट्रेन काफी खतरनाक है। निपाह वायरस की संक्रमण दर भले ही कम है, लेकिन इससे संक्रमित व्यक्ति की जान बचाना काफी मुश्किल हो जाता है। अगर वायरस का प्रभाव दिमाग पर हो जाता है तो मरीज की हालत बिगड़ जाती है। कई मामलों में निपाह से संक्रमित व्यक्ति को वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत पड़ती है। शुरुआत में लक्षण हल्के ही होते हैं, लेकिन तीन से चार दिन के भीतर ही वायरस का असर दिखने लगता है और ये मरीज को अस्पताल पहुंचा देता है। निपाह का खतरा कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों और पुरानी बीमारी से पीड़ित मरीजों को ज्यादा होता है।
निपाह वायरस कोरोना से भी अधिक खतरनाक
निपाह वायरस कोरोना से भी अधिक खतरनाक है। इससे मृत्यु दर कोविड से ज्यादा है। कोरोना मरीज के लंग्स पर असर करता था, लेकिन निपाह वायरस ब्रेन को नुकसान पहुंचाता है। चूंकि दिमाग से ही शरीर के कई अंग काम करते हैं तो अगर ब्रेन में इंफेक्शन हो जाता है तो मरीज की जान बचाना मुश्किल हो जाता है।
निपाह वायरस के निम्न होते हैं लक्षण
बुखार, सिरदर्द, उल्टी, गले में खराश, चक्कर आना। अगर ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो इन बातों का रखें ध्यान
हाथ धोकर भोजन करें, खराब फलों को खाने से बचें, अगर किसी व्यक्ति को बुखार है तो उसके संपर्क में आने से बचें, पानी को उबालकर पिएं।