आजादी के पर्व पर धनबाद मंडल कारा से चार बंदी किये गए स्वतंत्र : 77वें स्वतंत्रता दिवस पर जेल अदालत लगाकर कानून की दी गई जानकारी :13 बंदियों को स्वास्थ्य जागरूकता के लिए दिया गया प्रशस्ति पत्र
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मिरर मीडिया धनबाद : 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर डालासा द्वारा धनबाद मंडल कारा में जेल अदालत का आयोजन किया गया। जहाँ चार बंदियों को स्वतंत्र किया गया। बता दें कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार के चेयरमैन सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राम शर्मा के निर्देश पर आयोजित जेल अदालत में चार विचाराधीन बंदियों को मुक्त करने का आदेश दिया गया।
इस बाबत जानकारी देते हुए अवर न्यायाधीश सह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार निताशा बारला ने बताया कि जेल अदालत में कुल आठ मुकदमे लाए गए थे। रेलवे के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अंकित कुमार सिंह के समक्ष जेलर मो• मुस्तकीम अंसारी के द्वारा बंदियों को पेश किया गया। लीगल एड डिफेंस कांउसिल सिस्टम के डिप्टी चीफ अजय कुमार भट्ट, सहायक लीगल एड कांउसिल कन्हैया लाल ठाकुर की दलील सुनने के बाद न्यायाधीश ने चार बंदीयों प्रकाश सिंह, कारू गोप, सम्राट सिन्हा, सरफराज आलम को मुक्त करने का आदेश दिया गया।

वहीं निताशा न्यायाधीश बारला ने बताया कि आजादी के इस पर्व के मौके पर बंदियों के बीच कानूनी जागरूकता लाने के लिए विधिक जागरूकता शिविर का भी आयोजन किया गया।वहीं शिविर मे बंदियों को कर्तव्य परियोजना के विषय मे जानकारी दी गई।
इधर एल ए डीसी एस डिप्टी चीफ अजय कुमार भट्ट के द्वारा बताया गया कि कारागार में बंदियों एवं उनके परिवारों का अधिकारों का संरक्षण हो सके इसके लिए झालसा द्वारा कर्तव्य परियोजना चलाई जा रही है जिसके तहत बंदियों के परिवारों को सरकार द्वारा चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उनके पात्रता के अनुसार दिलाने में जिला विधिक सेवा प्राधिकार अपनी अहम भूमिका अदा कर रही है। सहायक एसएडीसीएस कन्हैया लाल ठाकुर ने जमानत संबधी विभिन्न प्रावधानों के विषय मे जानकारी दी गई।

इस दौरान 13 बंदियों को मंडल कारा के अंदर स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता फैलाने हेतु न्यायिक दंडाधिकारी के द्वारा प्रशस्ति पत्र का वितरण किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डालसा सहायक संतोष कुमार, अजय कुमार, राजेश कुमार सिंह, मंडल कारा सहायक मोहम्मद मेशाद आलम, का योगदान रहा।