मिरर मीडिया : झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली 2022 को लेकर किये गए बैठक में सूबे की हेमंत सरकार की कैबिनेट ने नियमावली को मंजूरी दे दी है। आपको बता दें कि वर्ग 1 से 5 और वर्ग 6 से 8 में शिक्षक नियुक्ति की योग्यता निर्धारित करने के लिए पूर्व में तय किए गए झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा नियमावली में कई संशोधन किए हैं।जिसके अनुसार इस पात्रता परीक्षा में शामिल होनेवाले उम्मीदवारों को झारखंड से ही मैट्रिक और इंटर पास करना अनिवार्य है। वहीं जनजाति और क्षेत्रीय भाषा को लेकर भी संशोधन किया गया है जिसके मुताबिक अभ्यर्थियों को स्थानीय रीति-रिवाज, भाषा और परिवेश की जानकारी अनिवार्य होगी।
👉जारी संशोधित नियमावली के अनुसार अब शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करनेवाले उम्मीदवारों का सर्टिफिकेट आजीवन मान्य होगा। साथ ही वैसे उम्मीदवार जिन्होंने 2013 और 2016 में झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण की है उनके सर्टिफिकेट की मान्यता भी आजीवन रहेगी।
👉 झारखंड से मैट्रिक और इंटर करने वाले सामान्य वर्ग के छात्र-छात्रा शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में शामिल हो सकेंगे। आरक्षण का लाभ पाने वाले अभ्यर्थी के मामले में इसे शिथिल किया गया है। इन्हें स्थानीय रीति-रिवाज, भाषा और परिवेश की जानकारी होनी अनिवार्य होगी।
👉इस पात्रता परीक्षा में सफल होने के लिए कैटेगरी के अनुसार उम्मीदवारों का न्यूनतम प्राप्तांक और कुल प्राप्तांक निर्धारित किया गया है। इसके तहत सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार को न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक के साथ 60 प्रतिशत कुल प्राप्तांक होना जरूरी है। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए न्यूनतम प्राप्तांक 30% और कुल प्राप्तांक 50% तय किया गया है।
👉पिछड़ा वर्ग श्रेणी एक और दो के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम प्राप्तांक 35 प्रतिशत और कुल प्राप्तांक 55 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के उम्मीदवार को न्यूनतम 35 प्रतिशत अंक के साथ 55 प्रतिशत कुल प्राप्तांक लाने होंगे। दिव्यांग श्रेणी के उम्मीदवार का न्यूनतम प्राप्तांक 30 प्रतिशत और कुल प्राप्तांक 50 प्रतिशत तय किया गया है।
👉शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए विषयवार प्रश्नों की संख्या और उसके अंक घटाए और बढ़ाए गए हैं। उर्दू सहायक शिक्षक के लिए पहले उर्दू में 20 अंक और अंग्रेजी में 30 अंक के प्रश्न होते थे। इसे अब 20-20 अंक कर दिया गया है। गणित विज्ञान व विज्ञान शिक्षक के लिए पहले गणित के 70 और विज्ञान के 80 अंक के प्रश्न होते थे, पर अब गणित के 50 अंक के प्रश्न और विज्ञान में 100 अंक के प्रश्न होंगे।
👉विज्ञान में भौतिकी, रसायन, वनस्पतिशास्त्र और जीव विज्ञान के 50-50 अंक के प्रश्न होंगे, जिसमें दो विषय लेना अनिवार्य होगा। इसी तरह समाज अध्ययन के शिक्षक के लिए इतिहास, भूगोल, राजनीतिशास्त्र, अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र, लेखा शास्त्र और व्यापार अध्ययन विषय के 50-50 अंक के प्रश्न रहेंगे। इनमें से अभ्यर्थी तीन विषय रख सकेंगे।
👉समाज अध्ययन में कॉमर्स के लेखा शास्त्र और व्यापार अध्ययन को भी जोड़ा गया है। पहले से इसमें इतिहास, भूगोल, राजनीतिशास्त्र, अर्थशास्त्र और समाजशास्त्र विषय ही थे। उर्दू सहायक शिक्षक के लिए उर्दू और अंग्रेजी में 20-20 प्रश्न निर्धारित किए गए हैं, जबकि ढाई घंटे की जगह अब तीन घंटे की परीक्षा होगी।