बिहार में लगातार बढ़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए राज्य के विभिन्न जिलों में स्कूलों के संचालन समय में बड़ा बदलाव किया गया है। इसका प्रमुख उद्देश्य बच्चों को लू और अत्यधिक गर्मी से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचाना है। इस बदलाव का श्रेय बिहार अभिभावक महासंघ की पहल को भी जाता है, जिसकी मांग पर प्रशासन ने त्वरित संज्ञान लिया।
बदलाव का दायरा और समय-सारणी:
पटना के बाद अब भागलपुर, गया, बांका और औरंगाबाद जिलों में भी स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है।
- भागलपुर: डीएम नवल किशोर चौधरी ने आदेश जारी कर कहा कि जिले की सभी स्कूलों, आंगनबाड़ी और प्री-स्कूलों में सुबह 11 बजे के बाद संचालन पर रोक रहेगी। यह आदेश 25 से 27 अप्रैल तक लागू रहेगा।
- गया: यहां 10वीं तक की कक्षाओं का संचालन सुबह 11:30 बजे के बाद नहीं होगा। जिले में गुरुवार को तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया, जिससे यह बिहार का सबसे गर्म जिला बन गया।
- बांका: सभी निजी और सरकारी विद्यालयों की छुट्टी सुबह 11:30 बजे कर दी गई है। डीएम अंशुल कुमार ने यह आदेश 27 अप्रैल तक लागू किया है।
- औरंगाबाद: यहां शैक्षणिक गतिविधियों पर सुबह 11:45 बजे के बाद रोक लगा दी गई है। इससे पहले पटना में भी डीएम चंद्रशेखर ने स्कूलों के संचालन पर यही समय सीमा तय की थी।
बिहार अभिभावक महासंघ की सक्रिय भूमिका
बिहार अभिभावक महासंघ ने बढ़ती गर्मी के कारण छोटे बच्चों (विशेष रूप से कक्षा 1 से 8 तक) के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्कूल की छुट्टी का समय दोपहर 12:30 बजे से घटाकर सुबह 11 बजे तक करने का आग्रह किया था। महासंघ ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक, शिक्षा विभाग तथा जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर यह मांग उठाई थी।
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष ने पत्र में लिखा कि दिन-प्रतिदिन गर्मी का प्रभाव बढ़ रहा है और इससे छोटे बच्चों पर विपरीत असर पड़ रहा है। मौजूदा समय में छुट्टी दोपहर 12:30 बजे हो रही है जो कि बच्चों के स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है। इस पत्र का सकारात्मक असर दिखा और कई जिलों में स्कूल समय में बदलाव कर दिया गया।
मीडिया की भूमिका
मिरर मीडिया ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया, जिससे प्रशासन पर त्वरित कार्रवाई का दबाव बना और परिणामस्वरूप बच्चों को राहत देने वाले निर्णय लिए गए।

