HomeधनबादDhanbadPalamu Jail से अमन साहू को फिर Giridih शिफ्ट करने की तैयारी

Palamu Jail से अमन साहू को फिर Giridih शिफ्ट करने की तैयारी

  • गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने पत्र लिखकर Giridih जेल प्रबंधन को दी सूचना
  • Giridih में रहने के दौरान जेल अधीक्षक पर गोली चलवा चला है कुख्यात अमन साहू

उदय कुमार पाण्डेय, गिरिडीह: Palamu जेल में बंद कुख्यात अमन साहू को एक बार फिर Giridih सेंट्रल जेल में शिफ्ट करने की तैयारी है। डेढ़ साल के भीतर 6 बार अमन साहू का ठिकाना बदलने का मन गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने बनाया है। इस संबंध में पत्र लिखकर Giridih जेल प्रशासन को जानकारी दी गई है।

इससे पहले अप्रैल 2022 में अमन साहू को Giridih जेल लाया गया था। यहां आने के महज तीन महीने के भीतर ही 20 जुलाई 2022 को उसने तत्कालीन जेल अधीक्षक अनिमेश चौधरी के वाहन में सवार जेलर प्रमोद कुमार पर गोली चलवाई थी। मामले में दो लोग, आशीष कुमार साह और मंजेश मंडल को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा था। हालांकि इन दोनों को पकड़कर ही पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। अमन साहू को इस मामले में पुलिस ने आरोपित तक नहीं बनाया। जांच के क्रम में धनबाद के प्रिंस खान का भी नाम सामने आया था।

पता चला था कि उसने ही हथियार उपलब्ध कराए, लेकिन उसे भी आरोपित नहीं बनाया गया और ना ही जांच आगे बढ़ी। गोलीबारी की घटना के दूसरे दिन ही अमन साहू को सिमडेगा जेल भेज दिया गया था। सिमडेगा से अमन साहू को पलामू जेल भेजा गया। वहां भी तत्कालीन पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार को फोन कर जान से मारने की धमकी देने की शिकायत पर 25 नवंबर 2022 को पलामू से उसे दुमका सेंट्रल जेल और फिर यहां से 20 अगस्त 2023 को चाईबासा जेल भेजा गया। जेल में रहने के दौरान मोबाइल फोन उपलब्ध कराने और कई तरह की छूट की मांग को लेकर अमन साहू जेल प्रबंधन पर दबाव बनाता रहा है।

Giridih जेल प्रशासन ने कहा- यहां उपलब्ध नहीं हैं उपयुक्त संसाधन:

अमन साहू की शिफ्टिंग पर गिरिडीह जेल प्रबंधन ने आपत्ति जताई है। इस संबंध में Giridih जेल अधीक्षक की ओर से जेल आइजी को पत्र लिखकर बताया गया है कि Giridih मंडल कारा में ना तो आइटी सेल और ना ही अंडा सेल है। ऐसे में गिरिडीह में अमन साहू को रखना चुनौतीपूर्ण होगा। पत्र की प्रति Giridih उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा, पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शर्मा और न्यायालय को भी दी गई है।

जेल से ही चलाता है अपराध का कारोबार:

गौरतलब है कि अमन साहू द्वारा जेल से ही गैंग चलाते हुए राज्य के विभिन्न जिलों के व्यवसायियों को लगातार धमकी देने और रंगदारी वसूलने के मामले सामने आते रहे हैं। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, अमन साहू पर लगाम लगाने के तहत उसे एक जेल में लंबे समय तक नहीं रखा जा रहा है।

Giridih
#गैंस्टर अमन साहू

गौरतलब है कि अमन साहू गिरिडीह समेत हजारीबाग, रांची, रामगढ़, लातेहार, चतरा समेत अन्य जिलों में आतंक का कारोबार करता है। उसके गुर्गे रंगदारी के लिए गोलीबारी करते हैं। अमन साहू से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भी भेजा है। डीएसपी नीरज कुमार पर गोली चलाने के मामले में अमन साव गिरोह के शूटर बाबी साव को पुलिस ने बीते वर्ष गिरफ्तार किया था।

जर्जर है Giridih मंडल कारा, मरम्मत को लेकर कई बार भेजा जा चुका है प्रस्ताव:

गौरतलब है कि वर्ष 2018 में उत्क्रमण के बाद से गिरिडीह मंडल कारा की आधारभूत संरचना को लेकर कोई बदलाव नहीं हुआ। वर्तमान में यहां ना सिर्फ भवन जर्जर स्थिति में है, बल्कि, बिजली के तार जर्जर हो चुके हैं। अन्य कई बदलाव की मांग को लेकर भी पूर्व जेल अधीक्षक अनिमेष चौधरी के कार्यकाल में कई बार जेल आइजी को पत्र लिखा गया था।

जिले के उपायुक्त को भी इस संबंध में जानकारी दी गई थी, जिसके बाद उपायुक्त के निर्देश पर बीते वर्ष नवंबर महीने में प्रशिक्षु आइएएस अधिकारी दीपेश कुमारी के नेतृत्व में एक टीम ने जेल परिसर की स्थिति का जायजा लिया था। मरम्मत कार्य शुरू नहीं होने की स्थिति में एक बार फिर जेल प्रबंधन ने 40 से अधिक बिंदुओं पर कार्य कराए जाने का प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय को पत्र लिखा है।

जेल में सुरक्षा का टोटा, अधीक्षक व जेलर को नहीं उपलब्ध कराए जा सके हैं सुरक्षाकर्मी:

गौरतलब है कि गिरिडीह जेल ना सिर्फ सुरक्षा की चुनौतियों से लड़ रहा, बल्कि मैनपावर को लेकर भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जेल अधीक्षक और जेलर को वर्तमान में सुरक्षाकर्मी मुहैया नहीं कराए गए हैं। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक और जिले के सार्जेंट मेजर को जेल प्रशासन ने पत्र लिखा है। वहीं कारा तलाशी दल की मांग को लेकर भी जिला पुलिस से पत्राचार किया गया है। जेल प्रबंधन के अनुसार, हर दिन करीब सौ की संख्या में बंदियों से मिलने के लिए मुलाकाती आते हैं। उनकी तलाशी व जांच के लिए दो पुरुष व दो महिला बल समेत एक हवलदार को जेल में प्रतिनियुक्त किए जाने का प्रविधान है, जिसे लेकर पत्राचार किया गया है।

Uday Kumar Pandey
Uday Kumar Pandeyhttps://mirrormedia.co.in
मैं उदय कुमार पाण्डेय, मिरर मीडिया के न्यूज डेस्क पर कार्यरत हूँ।

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