Homeराज्यDELHIतो एक सप्ताह पहले ही आफताब ने बना लिया था श्रद्धा को...

तो एक सप्ताह पहले ही आफताब ने बना लिया था श्रद्धा को मारने का प्लान

मिरर मीडिया : श्रद्धा हत्याकांड में रोज नए खुलासे हो रहें है। आफताब पूनावाला का कबूलनामा सामने आया है। वैसे तो एक-दूसरे को धोखा देने के शक पर रोज झगड़े होते थे, मगर मर्डर वाली रात झगड़े की असल वजह थी- आखिर घर का खर्च कौन उठाएगा, मुंबई से सामान यहां कैसे शिफ्ट होगा? आफताब ने खुलासा किया है कि मर्डर वाली रात श्रद्धा और उसके बीच घर के खर्च और सामान शिफ्ट करने को लेकर झगड़ा हुआ था। आफताब अमीन पूनावाला ने पुलिस को बताया कि हत्या से पहले दोनों पार्टनर के बीच मुंबई से घर का सामान शिफ्ट करने को लेकर झगड़ा हुआ था। इतना ही नहीं, सूत्रों का कहना है कि घरेलू खर्च को लेकर भी आफताब और श्रद्धा के बीच उस रात झगड़ा हुआ था। इससे पहले भी उन दोनों में ज्यादातर एक-दूसरे को धोखा देने के शक में उनके बीच लड़ाई होती थी। आफताब अमीन पूनावाला पर आरोप है कि उसने अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की गला दबाकर हत्या कर दी थी और उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काटकर दक्षिण दिल्ली के छतरपुर इलाके में फेंक दिया था।

पुलिस की जांच में पता चला है कि 18 मई को श्रद्धा और आफताब के बीच झगड़ा हुआ था, जिसके बाद आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी थी। दिल्ली पुलिस सूत्रों ने बताया कि कपल के बीच 18 मई का झगड़ा पहली बार नहीं हुआ था।  ये दोनों तीन साल से लड़ाई-झगड़ा करते आ रहे थे। आफताब ने कहा, ’18 मई से करीब एक सप्ताह पहले ही मैंने श्रद्धा को मारने का मन बना लिया था। उस दिन भी श्रद्धा और मेरे बीच झगड़ा हुआ था। मैंने उसे मारने का पूरा मन बना लिया था और जैसे ही उसे अंजाम देने जा रहा था, श्रद्धा अचानक भावुक हो गई और रोने लगी। इसके बाद मैंने अपना इरादा बदल दिया और पीछे हट गया। आफताब ने कहा कि श्रद्धा को मुझ पर भरोसा नहीं था, जिसके कारण वह अक्सर गुस्सा हो जाती थी, जिससे अक्सर झगड़े होते थे।
सूत्रों कि माने तो ’18 मई को मुंबई से घर का सामान लाने को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। घर का खर्च कौन उठाएगा और सामान कौन लाएगा, इस बात को लेकर झगड़े होते थे। इस बात को लेकर आफताब काफी गुस्से में आ गया। 18 मई की रात करीब 8 बजे दोनों के बीच झगड़ा शुरू हुआ। झगड़ा इतना बढ़ गया कि आफताब ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। उसने रात भर उसके शरीर को कमरे में रखा और अगले दिन चाकू और रेफ्रिजरेटर खरीदने चला गया।

गौरतलब है कि आफताब को बीते शनिवार को तब गिरफ्तार किया गया था, जब दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा के पिता विकास वालकर द्वारा दर्ज कराई गई गुमशुदगी की शिकायत की जांच शुरू की थी। आफताब ने जांच के शुरुआती दिनों में दिल्ली और मुंबई की पुलिस को धोखा देने की कोशिश की। आफताब ने हत्या के सबूत मिटाकर श्रद्धा की हत्या को छुपाने की कोशिश की। वहीं आफताब ने पुलिस को पहले बताया था कि 22 मई को श्रद्धा घर छोड़ कर चली गई थी, वह अपने साथ केवल फोन लेकर गई थी। मगर पुलिस ने जब जांच शुरू की और फोन और उसके अकाउंट के डिटेल खंगाले तो आफताब की झूठ पकड़ी गई और सब सच सामने आ गया।

Uday Kumar Pandey
Uday Kumar Pandeyhttps://mirrormedia.co.in
मैं उदय कुमार पाण्डेय, मिरर मीडिया के न्यूज डेस्क पर कार्यरत हूँ।

Most Popular