प्रबंधन और डॉक्टरों के बीच की लड़ाई – मरीज की जान पर बन आई : नाराज चिकित्सक ने इलाज से किया इनकार
मिरर मीडिया : भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर का ऐसा भी रूप देखने को मिल सकता है शायद यकीन करना थोड़ा मुश्किल होगा। पर धनबाद में मानवता को शर्मसार करने वाली यह घटना बीसीसीएल के भौंरा अस्पताल में घटी। जहाँ प्रबंधन और डॉक्टरों के बीच की लड़ाई मरीज की जान पर बन आई। प्राप्त जानकारी के अनुसार देर से अस्पताल आने पर प्रबंधन द्वारा हाजिरी काटे जाने से नाराज डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों ने न सिर्फ मरीज का इलाज करने से मना कर दिया, बल्कि उसे बाहर ले जाने के लिए एंबुलेंस तक नहीं दी।
लिहाजा मरीज डॉक्टर के सामने बेड पर तड़पता रहा जबकि उनके परिजन इलाज के लिए विनती कर रहे थे पर डॉक्टर को इसपर भी दया नहीं आई। लाचार परिजन ऑटो लेकर अपने मरीज को लेकर इलाज के लिए दर दर भटकता रहा और अंतत: ऐसा समय आया जब त्वरित इलाज नहीं किये जाने के कारण मरीज ने ऑटो में ही तड़पकर दम तोड़ दिया।
सूत्रों कि माने तो मृतक 45 वर्षीय विजय मुंडा बीसीसीएल कर्मी था। जिसकी गुरुवार को तबीयत अचानक बिगड़ जाने से स्वजन उसे बीसीसीएल के भौंरा अस्पताल लाया। पर हाजिरी कटने से नाराज डॉक्टरों ने उसका इलाज करने से इन्कार कर दिया। इतना ही नहीं दूसरी जगह ले जाने के लिए उन्होंने एंबुलेंस देने से भी इन्कार कर दिया। बाद में किसी तरह ऑटो से जब स्वजन मरीज को दूसरे अस्पताल ले जा रहे थे तो रास्ते में उसकी मौत हो गई।
इसके इतर बीसीसीएल भौंरा अस्पताल के डॉक्टर कि माने तो चौबीसों घंटे मरीज के इलाज के लिए तैयार रहने के बावजूद भी चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों की हाजिरी थोड़ा लेट होने पर काट दी जाती है। ऐसी परिस्थिति में हम मरीज को कैसे देख सकते हैं। जबकि भौंरा के उप महाप्रबंधक के अनुसार यदि मरीज अस्पताल आया है तो उसका इलाज करना चिकित्सक का फर्ज ही नहीं, धर्म है। समय पर ड्यूटी नहीं आने के कारण की जांच की जा रही है। स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी।