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Dhanbad SNMMCH वैसे तो मरीजों को दी जाने वाली बुनियादी सुविधाओं के लिए हमेशा विवादों में रहा है लेकिन जब बात इमरजेंसी सुविधा की हो तो इसे सिस्टम की लापरवाही ही कहेंगे। बता दें कि शनिवार को Dhanbad SNMMCH में आग से झूलसी हुई दो बच्चियों को एडमिट किया गया जिसके बाद लापरवाही का कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला जहाँ बर्न मरीज को वतानुकुलित (AC) कमरा देना तो दूर, ऐसे साधारण कमरे में रखा गया जहाँ पंखे भी उपलब्ध नहीं है।
Dhanbad SNMMCH में आग से झूलसी हुई लाई गई बच्चियों को रखा गया बिना पंखे वाले साधारण कमरे में
Dhanbad SNMMCH में गाेड्डा के बरवाअड्डा थाना क्षेत्र के साेनागुज्जी गांव की रहने रहने वाली दो मासूमों को शनिवार की सुबह आग से झूलसी हुई लाई गई। जहाँ दोनों बच्चियों को बर्न वार्ड में रखने के बजाए बिना एसी कमरे में रखा गया है। इस वार्ड में पंखा तक नहीं लगा है। आग से झुलसी दोनों बच्चियां बुरी तरह तड़प रही है।
जमीनी स्तर पर नदारद है मिलने वाली सुविधाएं
एक तरफ झारखंड सरकार स्वास्थ्य विभाग में सुविधाएं प्रदान करने के लिए अपना पीठ थपथपाती है वहीं दूसरी तरफ जमीनी स्तर पर नजारा कुछ और देखने को मिल रहा है जहाँ सिस्टम द्वारा सुविधाओं को नजरअंदाज किया जाना साफ देखा जा सकता है।
खेत में रखें झाड़ियों में लगी आग से बुरी तरह झूलसी दोनों बच्चीयां
बच्चियों के परिजनों ने बताया कि शनिवार की सुबह दोनों खेत में खेल रही थी जहाँ पहले से ही बैगन की फसल की कटी हुई झाड़ियां रखी थी। बच्चियों द्वारा इस झाड़ियों में आग लगाने के क्रम में आग तेजी से फैल गई और इतनी भयावह हो गई कि आग की चपेट में आकर दोनों बच्चियों बुरी तरह झुलस गई।
बेहतर इलाज देने के लिए गाेड्डा उपायुक्त ने Dhanbad मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से की थी बात
इधर बेहतर इलाज मुहैया कराने को लेकर गोड्डा उपायुक्त ने Dhanbad मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को सुबह फोन से वार्ता भी किया बावजूद इसके बर्न मरीज को बर्न वार्ड में रखने के बजाए एक बिना पंखे वाले साधारण कमरे में रख दिया गया है। हालांकि गर्मी का मौसम ऊपर से आग से झूलसी हुई बच्चीयां और बिना AC का कमरा, जबकि एक कमरा भी मिला लेकिन बिना पंखे का। अब SNMMCH से मिलने वाली सुविधा के बारे में क्या कहना जो है वो साफ दिखता है।