डिजिटल डेस्क। मिरर मीडिया: 15 अक्टूबर यानी मंगलवार की शाम को चुनाव आयोग झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करने जा रहा है। दोपहर 3 बजकर 30 मिनट पर चुनाव आयोग प्रेस वार्ता कर इसके बारे में विस्तृत जानकारी देगा। चुनाव आयोग की इस घोषणा के साथ ही राज्य में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो जाएगी। झारखंड विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त हो रहा है।
आयोग ने झारखंड का दौरा कर लिया है फीडबैक
पिछले दिनों मुख्य चुनाव आयुक्त के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम ने झारखंड का दौरा किया था और सभी राजनीतिक दलों से चुनावी फीडबैक प्राप्त किया था। सूत्रों के अनुसार, चुनाव छठ और दीपावली के बाद, यानी 15 नवंबर के बाद हो सकते हैं। सभी पार्टियों की तैयारी और जनसंपर्क अभियान इसी को ध्यान में रखते हुए तेज हो गए हैं।
2019 के चुनाव परिणाम और वर्तमान स्थिति
2019 के विधानसभा चुनावों में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के गठबंधन ने सरकार बनाई थी। हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने थे। उस चुनाव में JMM ने 30, कांग्रेस ने 16, RJD ने 1 और भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 25 सीटें जीती थीं। उस समय के मुख्यमंत्री रघुवर दास अपनी जमशेदपुर पूर्वी सीट भी नहीं बचा पाए थे।
झामुमो की तैयारी: सत्ता में बने रहने की कोशिश
2019 में BJP को पीछे धकेलने के बाद झामुमो इस बार भी अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखने के लिए हरसंभव कोशिश करेगा। पार्टी नए क्षेत्रों में विस्तार करने की रणनीति पर काम कर रही है। झामुमो प्रत्याशियों के चयन को लेकर गहन विचार-विमर्श कर रहा है और सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे पर लगातार चर्चा हो रही है।
कांग्रेस और आरजेडी का फोकस
कांग्रेस और RJD भी अपने हिस्से की सीटों पर पूरा जोर लगा रही हैं। हालांकि, कुछ सीटों पर सहमति बनाने में कठिनाई हो सकती है। ऐसे में इन विवादों का समाधान हाईकमान के हस्तक्षेप से होने की संभावना है।