मिरर मीडिया : कोरोना का नया स्वरुप अत्यधिक संक्रामक हैं। तीसरी लहर का यह आगाज माना जा सकता हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार डेल्टा वैरिएंट से वर्तमान में दुनिया भर के कई देश जूझ रहे हैं। आलम ये हैं कि कोरोना का ये वैरिएंट अब दुनियाभर और विश्व स्वास्थ्य संगठन के लिए तनाव का मुख्य कारण बन गया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ये महामारी की तीसरी लहर बन सकता है। दुनिया में सबसे ज्यादा नए केस ब्राजील में मिल रहे हैं। बीते 24 घंटों में इनकी संख्या 57 हजार से ज्यादा रही। पिछले हफ्ते यहां 3.49 लाख केस मिले। इसी दौरान इंडोनेशिया में 45%, ब्रिटेन में 28%, अमेरिका में 67%, स्पेन में 61% तक मामले बढ़े हैं।सूत्रों कि माने तो इंडोनेशिया, यूके, इज़राइल, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में डेल्टा वैरिएंट के मामलों में उछाल देखा गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले सप्ताह कोरोना के मामले 10% बढ़कर लगभग 3 मिलियन हो गए, जिसमें सबसे अधिक संख्या ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया और ब्रिटेन में दर्ज की गई है। चिंता की बात ये हैं कि वायरस लगातार खुद में बदलाव कर रहा है। इसके साथ ही यह ज्यादा संक्रामक होता जा रहा है। उन्होंने बताया कि डेल्टा वैरिएंट अब WHO के सभी 6 रीजन और 111 से ज्यादा देशों में पहुंच चुका है। यह जल्द ही पूरी दुनिया में भी फैल सकता है। वायरस का अल्फा वैरिएंट 178 देशों में, बीटा 123 देशों में और गामा 75 देशों में मिल चुका है।
कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से प्रभावित देशों की बात की जाए तो इस लिस्ट में पहला स्थान इंडोनेशिया का है। इस सप्ताह की शुरुआत में इंडोनेशिया में कोरोना का आंकड़ा 50,000 के पार हो गया है, आंकड़ों के मुताबिक आसमान छूते संक्रमण और मौतों ने दक्षिण पूर्व एशियाई देश में लगभग 270 मिलियन के अस्पतालों को भी प्रभावित किया है।