वीमेंस यूनिवर्सिटी में वीर बिरसा मुंडा व्याख्यानमाला का आयोजन
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जमशेदपुर : वीमेंस यूनिवर्सिटी में बुधवार को वीर बिरसा मुंडा व्याख्यानमाला की कड़ी में दूसरे व्याख्यान का आयोजन किया गया। यूनिवर्सिटी के बिष्टुपुर परिसर के बीएड सेमिनार हॉल में आयोजित इस व्याख्यान सत्र का विषय था “नई शिक्षा नीति 2020 : आत्मनिर्भर भारत का आधार”। कार्यक्रम की अध्यक्ष वीमेंस यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो.(डॉ.) अंजिला गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि आत्मनिर्भरता की धारणा सशक्त भारत के निर्माण की दिशा में एक दूरदर्शी कदम है। भारत की विभिन्न स्थानीयताओं में रचे-बसे आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय ज्ञान को शिक्षा नीति में खासा महत्व दिया गया है। यह एक तरफ स्थानीय और स्थायी रोजगार की गारंटी देता है तो दूसरी तरफ समावेशी विकास को बल प्रदान करता है। आत्मनिर्भर भारत की तरह क्यों न हम आत्मनिर्भर विश्वविद्यालय की अवधारणा को फलित करें। हमने जो ग्यारह वोकेशनल कोर्स शुरू किये हैं, इसे आगे चलकर छात्राओं के आर्थिक सपोर्ट सिस्टम में विकसित किया जायेगा। अर्न ह्वाइल लर्न को हम नयी शिक्षा नीति के तहत फलीभूत किया जा सकता है। विश्वविद्यालय भविष्य में जो भी आर्थिक संसाधन अपने स्तर से विकसित करेगा, उसे जरूरतमंद छात्राओं की पढ़ाई में सहयोग के लिए निर्धारित करेगा। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक स्तर पर मातृभाषा में शिक्षा पर बल देने की बात इस शिक्षा नीति को ऐतिहासिक महत्व का बना देती है।
इससे पहले मुख्य अतिथि सह मुख्य वक्ता जी. जी. इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नालॉजी, जबलपुर के निदेशक डॉ. नरेंद्र कुमार शुक्ला ने नई शिक्षा नीति के विभिन्न आयामों पर विस्तार से बात रखी। उन्होंने कहा यह नीति ह्यूमन रिसोर्स से ह्यूमन बीईंग की तरफ शिफ्टिंग है। औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्त होते हुए भारतीय मूल्यों पर यह नई शिक्षा नीति केन्द्रित है। इसके दूरगामी परिणाम जल्द ही दिखेंगे।
मौके पर यूनिवर्सिटी की नयी वेबसाइट की लांचिंग कुलपति द्वारा की गई। वेबसाइट निर्माण में विश्वविद्यालय के आईसीटी इंचार्ज डॉ. राजेन्द्र कुमार जायसवाल और उनकी टीम के परिश्रम की उन्होंने सराहना की। स्वागत संबोधन कुलसचिव डॉ. अविनाश कुमार सिंह, विषय प्रवेश डॉ. सुशील कुमार तिवारी, धन्यवाद ज्ञापन डॉ. सनातन दीप और संचालन डॉ. नूपुर अन्विता मिंज ने किया। इस अवसर पर प्राॅक्टर डॉ. सुधीर कुमार साहू, परीक्षा नियंत्रक डॉ. रमा सुब्रमण्यम सहित सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षक शिक्षिकायें व छात्राएं मौजूद रही।