मिरर मीडिया : पिछले दो हफ्तों से भी अधिक समय से झरिया के पूर्व बीजेपी विधायक संजीव सिंह SNMMCH में इलाजरत है। वहीं कुछ दिन पूर्व उनके द्वारा धनबाद जिला सत्र न्यायालय के समक्ष इच्छा मृत्यु की मांग की गई थी जिसे न्यायालय द्वारा खारिज कर दिया गया था और जेल अधीक्षक को धनबाद के किसी भी प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए आदेश दिया था।

जिसके बाद शुक्रवार को एमआरआई और अन्य जांच के लिए सरायढेला स्तिथ अविष्कार जांच घर में लेजाया गया। जहां पर रक्तचाप स्थिर ना पाए जाने के कारण एमआरआई नहीं हो सका। जिसके बाद उन्हें वापस एसएनएमएमसीएच भेज दिया गया।
भाजपा नेत्री और संजीव की पत्नी रागिनी सिंह ने उनके गिरते स्वास्थ को लेकर चिंता जताई साथ ही एक बंदी के साथ ऐसा व्यवहार होने पर नाराजगी दर्ज की। गौरतलब है कि संजीव सिंह बीते 6 महीने से लगातार बीमार चल रहे हैं। तामाम दवा और इलाज के बावजूद उनका रक्तचाप स्थिर नहीं रह रहा है और रह-रहकर उन्हें बेहोशी आ जाती है।
उनकी पत्नी का कहना है की अगर इलाज के नाम पर यूं ही महज औपचारिकता निभाई जायेगी तो हालत और खराब हो सकता है। जब न्यायालय द्वारा आदेश दे दिया गया है प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज का तो फिर जेल अधीक्षक देरी क्यों कर रहें है, ये समझ नहीं आता।