गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव को लेकर आठवें दिन निकाली गई प्रभात फेरी — रामगढ़ में गूंजे ‘वाहेगुरु’ के जयकारे

KK Sagar
3 Min Read

रामगढ़। सिख धर्म के प्रथम गुरु और मानवता के मार्गदर्शक श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव को लेकर रामगढ़ में श्रद्धा और भक्ति का माहौल बना हुआ है। प्रकाशोत्सव के आठवें दिन सुबह-सुबह भव्य प्रभात फेरी निकाली गई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रभात फेरी का नेतृत्व सरदार गुरजोत सिंह सैनी ने किया।


शबद-कीर्तन से गूंजा रामगढ़

प्रभात फेरी गुरुद्वारा साहिब से आरंभ होकर किला मंदिर, लोहार टोला, चट्टी बाजार, झंडा चौक, मैन रोड, अप्सरा टेक्सटाइल होते हुए पंजाबी मोहल्ला स्थित सरदार कंवलजीत सिंह सलूजा के निवास तक पहुंची।
मार्ग में संगत “कर किरपा तेरे गुण गांवा, तेरी सेवा मुकत भुक्त, जुगत तेरी सेवा” जैसे शबद-कीर्तन गाती रही। पूरा वातावरण वाहेगुरु वाहेगुरु के नाम से गूंज उठा।


संगत का स्वागत और सम्मान समारोह

प्रभात फेरी जब सरदार कंवलजीत सिंह सलूजा के आवास पर पहुंची, तो उनके परिवार की ओर से सभी श्रद्धालुओं का गरमजोशी से स्वागत किया गया।
इस मौके पर गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी की ओर से सरदार गुरदीप सिंह सैनी ने सरदार कंवलजीत सिंह सलूजा को सिरोपा भेंटकर सम्मानित किया।


गुरुद्वारा समिति और श्रद्धालु रहे उपस्थित

इस अवसर पर रामगढ़ गुरुद्वारा के प्रधान परमदीप सिंह कालरा, मीत प्रधान अमरजीत सिंह सैनी, हैप्पी छाबड़ा, सेक्रेटरी हरदीप सिंह होरा, खजांची रघुवीर सिंह छाबड़ा, तेजेंद्र सिंह सोनी, जगजीत सिंह सोनी, मंजीत सिंह कुज्जू वाले, विंकल कालरा, प्रीतम सिंह कालरा, प्रसिद्ध शब्द गायक सुरजीत सिंह छाबड़ा, राजा कालरा, सतपाल सिंह सलूजा, हरजीत सिंह सी, कंवलजीत सिंह लांबा, त्रिलोचन सिंह जैसल, गुरजीत सिंह सलूजा, कमल जस्सल, विक्की छाबड़ा, नरेंद्र सिंह होरा, गुरदीप सिंह सैनी, हरेंद्र छाबड़ा, रिंटू छाबड़ा, जसकीरत सिंह सैनी, बिट्टी छाबड़ा, यश छाबड़ा, मन्नत सिंह, बबलू छाबड़ा, सूमी जॉली, गुरबक्श कौर सैनी, जसमीत कौर सोनी, रोमी छाबड़ा, सोनम कालरा, कुदरत छाबड़ा, बलविंदर कौर छाबड़ा, शरण कौर छाबड़ा, मनप्रीत कौर सैनी, लवली लांबा, बलविंदर कौर पवार, बबली सोनी, निक्की लांबा समेत भारी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।


भक्ति और भाईचारे का प्रतीक बना आयोजन

प्रभात फेरी के दौरान पूरे मार्ग में संगत ने फूलों की वर्षा कर स्वागत किया। पूरा नगर भक्ति, प्रेम और सेवा की भावना से सराबोर दिखा। गुरु नानक देव जी के तीन उपदेश — नाम जपो, किरत करो और वंड छको — हर श्रद्धालु की वाणी में झलकते नजर आए।

Share This Article
उत्कृष्ट, निष्पक्ष, पारदर्शिता और ईमानदारी - पत्रकारिता की पहचान है k k sagar....✍️....