जमशेदपुर : उपायुक्त विजया जाधव की अध्यक्षता में मध्याह्न भोजन योजना अंतर्गत जिला स्टीयरिंग सह मॉनिटरिंग कमिटी की बैठक आयोजित हुई। बैठक में उपायुक्त द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी तथा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को प्रखंडवार विद्यालयों में सोशल ऑडिट के लिए टीम गठित करने का निर्देश दिया गया। उन्होने कहा कि सोशल ऑडिट की टीम विद्यालयों का औचक निरीक्षण करेगी जो खाना बनाने की सामग्री, पंजी संधारण, खाने से पहले हाथ धोने तथा पेयजल की व्यवस्था, मेन्यू के अनुसार भोजन वितरण, विद्यालय परिसर की साफ-सफाई आदि से संबंधित एक चेक लिस्ट की जांच करेगी। उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक महीने में प्रखंडवार कम से कम 8-10 विद्यालयों का औचिक निरीक्षण सोशल ऑडिट की टीम द्वारा की जाएगी।
बैठक में जमशेदपुर सदर प्रखंड अंतर्गत सरकारी विद्यालयों में कक्षा 01-08 तक अध्ययनरत बच्चों के लिए केन्द्रीयकृत किचेन के माध्यम से मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने के लिए अन्नामृता फाउण्डेशन का एकरारनामा को विस्तार देने पर भी चर्चा की गई। साथ ही उपायुक्त द्वारा केन्द्रीयकृत किचेन के माध्यम से घाटशिला अनुमंडल अंतर्गत प्रखंड घाटशिला, धालभूमगढ़, चाकुलिया, मुसाबनी व डुमरिया के सरकारी विद्यालयों भी पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने को लेकर एक विस्तृत प्रस्ताव जिला शिक्षा पदाधिकारी को समर्पित करने का निर्देश दिया गया तथा पदाधिकारियों के साथ उक्त प्रोजेक्ट की उपयोगिता पर चर्चा की गई। उपायुक्त ने कहा कि बच्चों के लिए उपलब्ध कराये जा रहे मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता तथा पोषकता का विशेष ध्यान रखा जाए, मेन्यू के अनुसार ही भोजन उपलब्ध करायें। राज्य सरकार से प्राप्त निदेश के आलोक में जिन विद्यालय परिसरों में भूमि उपलब्ध है वहां किचेन गार्डन निर्माण का भी निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि किचेन गार्डन में अमरूद, जामुन, पपीता तथा अन्य मौसमी फल व सब्जी आदि के पौधे लगायें, बायोफेंसिंग के रूप में फ्रूट प्लांटेशन किया जा सकता है।
राज्य स्तर से विद्यालयों के रसोईया सह सहायिकाओं को एप्रोन पहनकर ही मध्याह्न भोजन पकाना व बच्चों को परोसने की अनिवार्यता की गई है। उपायुक्त द्वारा उक्त आदेश के अनुपालन की जानकारी ली गई। जिला शिक्षा अधीक्षक ने अवगत कराया कि एप्रोन के लिये राशि हस्तानान्तरित की जा चुकी है, जिसपर उपायुक्त द्वारा इसका शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराते हुए रसोईया-सह-सहायिकाओं को एप्रोन पहनकर ही मध्याह्न भोजन पकाने व बच्चों को परोसने का निदेश दिया गया। साथ ही सभी सरकारी विद्यालयों में रेन वॉटर हार्वेंस्टिंग के लिए आवश्यक कार्रवाई को लेकर निदेशित किया गया। सभी प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को सोक पिट का निर्माण कराते हुए इसमें अपेक्षित प्रगति लाने का निदेश दिया गया।