सीएम हेमंत ने कहा- राज्य को समस्याओं के उलझन से निकाल कर विकास को दे रहे हैं गति
मिरर मीडिया : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने गोड्डा जिले के बोआरीजोर प्रखंड स्थित डुमरिया में विकास मेला-सह- जनता दरबार में 55 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।मौके पर 5,625 लाभुकों के बीच 65 लाख रुपये की परिसंपतियों का वितरण भी किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य के हर व्यक्ति के सुख-दुख की चिंता सरकार को है । इस मोर्चे पर हर वक्त हम आपके साथ खड़े हैं । आपकी समस्याओं का समाधान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 2 वर्षों तक कोरोना से जंग होती रही और इसमें हमने कामयाबी हासिल की । अब कम बारिश से सुखाड़ जैसे हालात पैदा हो रहे हैं । ऐसे में सुखाड़ से जंग की तैयारी भी सरकार ने शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की बड़ी आबादी गांवों में रहती है। ऐसे में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को हम मजबूती देने का काम कर रहे हैं ।सरकार की ज्यादातर योजनाएं ग्रामीणों के हित को ध्यान में रखकर बनाई गई है।मुख्यमंत्री ने कहा की सरकार राज्य और राज्यवासियों के हित में लगातार कई अहम निर्णय ले रही है । हमारी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों की वर्षों से लंबित मांग पुरानी पेंशन योजना को फिर से लागू करने का निर्णय लिया है ।वही, पुलिसकर्मियों के क्षतिपूर्ति अवकाश की मांग पर भी सहमति दे दी गयी है।

आंगनबाड़ी सेविका,- सहायिका के लिए सेवा शर्त नियमावली बनाने की मांग पूरी कर ली गई है। राज्य मंत्रिमंडल ने 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति और ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने का भी निर्णय ले चुकी है । हमारी सरकार सभी की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए उसका समाधान निकालने का प्रयास कर रही है। मौके पर मुख्यमंत्री ने 2734. 54 लाख रुपए की लागत से 15 योजनाओं का उद्घाटन किया। वहीं, 40 योजनाओं की आधारशिला रखी । इन योजनाओं पर 18020 .05 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने 5625 लाभुकों के बीच 2701. 65 लाख रुपये की परिसंपत्तियों का वितरण किया। इसके अंतर्गत 3560 सखी मंडलों को सामुदायिक निवेश निधि के तहत 178.5 लाख रुपया का चेक सौंपा गया।वही मुख्यमंत्री ने 18 नव चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। इनमें विशेषज्ञ चिकित्सक समेत अन्य अभ्यर्थी शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने लाभुकों को प्रधानी पट्टा भी प्रदान किया।साथ हींलाभुकों के बीच परिसंपत्ति वितरण के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना -ग्रामीण और डॉ भीमराव आंबेडकर आवास योजना के तहत 521 लाभुकों को आवास का स्वीकृति पत्र सौंपा। इन दोनों योजनाओं के कई लाभुकों का गृह प्रवेश भी कराया गया।

