झारखंड के कई जिलों में हाथियों का तांडव जारी : झुंड पहुंचा अब गिरिडीह धनबाद मुख्य सड़क पर

mirrormedia
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मिरर मीडिया : हाथियों के झुंड की चपेट में आने से झारखंड के कई जिले के लोग अपनी जान गंवा चुके है। पर प्रशासन और सरकार के द्वारा अभीतक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। आलम ये है कि लगातार ग्रामीण इसका शिकार हो रहें हैं।

बता दें कि अब हाथियों का एक झुंड धनबाद जिले के अति नक्सल प्रभावित, जंगली और पहाड़ी इलाका कहे जाने वाले टुंडी थाना क्षेत्र में पहुंचा है। हाथियों का झुंड अब गिरिडीह धनबाद मुख्य सड़क पर पहुंच गया है। बुधवार की देर शाम को हाथियों के झुंड को मुख्य सड़क पार करते हुए देखा गया है।  सूचना मिल रही है कि क्षेत्र में 30 से 40 हाथियों का झुंड पहुंचा हुआ है।

बीते कुछ दिनों की ही बात करें तो जंगली हाथियों ने लोहरदगा, लातेहार, जामताड़ा और रांची के ग्रामीण इलाकों में 3-4 दिन में 10 से अधिक लोगों की जानें ले ली। इससे पहले हाथियों का झुंड हजारीबाग में था, वहां एक शख्स हाथी के हमले का शिकार हो गया था। ऐसे में धनबाद में भी हाथियों के झुंड की आने की सूचना पर लोगों में दहशत है। हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।

वन विभाग के अधिकारी और सभी प्रशासनिक अधिकारी लोगों से एहतियात बरतने की अपील कर रहे हैं। साथ-साथ वे हाथियों के झुंड पर नजर बनाए हुए हैं।

गौरतलब है कि हाथी इंसान, घर और फसलों को नुकसान पहुँचाते हैं लेकिन वन विभाग के पास इसके कोई स्थाई समाधान नहीं है जामताड़ा से पूर्वी टुंडी के रास्ते हाथियों का झुंड हर साल धनबाद जिले में प्रवेश करता है। देखें तो वन विभाग के पास सुरक्षा के नाम पर मशालचियो का एक दल है जो हाथियों को आबादी से दूर रखने के लिए जंगलों में तैनात रहता है।

जानकारी दे दें कि हाथियों के लिए कॉरिडोर बनाने की योजना भी ठंडे बस्ते में पड़ी है। विभाग ने प्रस्ताव बनाकर भेजा था लेकिन पहल नहीं हुई। टुंडी, जामताड़ा और गिरिडीह को मिलाकर हाथियों के चलने के लिए एक रास्ता चिन्हित करने की तैयारी थी लेकिन यह प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ पाई।

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