
मिरर मीडिया : राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) से अजित पवार की बगावत के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। इस बीच गुरूवार को शरद पवार अपनी ताकत दिखाने के लिए दिल्ली एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने पहुंचे हैं । बैठक में देशभर के एनसीपी नेताओं के जुटने की उम्मीद लगाई जा रही है। इस दौरान शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले भी वहां मौजूद रहेंगी।
बता दें कि इस बैठक के जरिए शरद पवार पार्टी के नेताओं को एकजुट करने की कोशिश करेंगे। पार्टी और उसके चिह्न पर अपना दावा खोने से बचने के लिए शरद पवार का यह जरूरी कदम माना जा रहा है।
वहीं इस बैठक से पहले ही एनडीएमसी ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के पोस्टर और होर्डिंग हटा दिए हैं। ये पोस्टर मौलाना आजाद रोड सर्कल और जनपथ सर्कल के पास लगाए गए थें।
दअरसल एनसीपी में फूट के बाद बीते दिन शरद पवार और अजित पवार गुट ने पार्टी की अलग-अलग बैठक आयोजित की। दोनों नेताओं की बैठक में काफी नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। हालांकि, भतीजे अजित चाचा शरद पर भारी दिखे। ऐसा इसलिए, क्योंकि अजित गुट की बैठक में एनसीपी के 53 में से 32 विधायक शामिल हुए, जबकि शरद पवार की बैठक में 16 विधायक ही उपस्थित रहें।
बाकी बचे पांच में से चार विधायक किसी भी बैठक में नहीं पहुंच सके। वहीं एक विधायक नवाब मलिक अभी जेल में बंद हैं।
इस दौरान अजित पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया और प्रफुल्ल पटेल पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बने रहे। इसके साथ ही अजित पवार ने पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर भी दावा ठोक दिया है।