डिजिटल डेस्क । जमशेदपुर : jamshedpur :नीमडीह में दिशोम जाहेर थान पर राष्ट्रीय सरहुल महोत्सव मनाया गया। आंचलिक सरहुल महोत्सव समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सबसे पहले पाहन (पुजारी) शांति प्रसाद सिंह द्वारा जाहेर थान पर स्थित सखुआ पेड़, महुआ पेड़ तथा बुरु की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद पाहन द्वारा श्रद्धालुओं के बीच सखुआ फूल का वितरण किया गया, जिन्हें पुरुषों ने अपने कानों पर तथा महिलाओं ने अपने जुड़ा में लगाया। वहीं, पाहन द्वारा लोगों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। पूजा अर्चना संपन्न होने के बाद स्थानीय सरहुल नृत्य दल द्वारा सरहुल पांता नृत्य की प्रस्तुति दी गई। नृत्य दल के साथ साथ आयोजन समिति के सदस्यों व अन्य लोगों ने भी नृत्य किया। सरहुल गीतों के साथ मांदर व नगाड़े की धुन पर सभी लोग एक साथ नृत्य किया, जो आकर्षक का केंद्र बना हुआ था।
यहां सरहुल महोत्सव के मौके पर सबसे महत्वपूर्ण व सकारात्मक विचार सामने आया है। यह विचार आदिवासी भूमिज मुंडा समाज के लिए बहुत ही सुखद समाचार है। बताया गया कि सरहुल महोत्सव पर जुटे युवाओं ने अपने समाज की नई पीढ़ी के कल्याण तथा समाज को आगे बढ़ाने पर विचार किया। समाज के युवाओं ने शिक्षा व खेलकूद पर जोर देने का संकल्प लिया। शिक्षित बनकर नौकरी, व्यवसाय करने तथा खेलकूद प्रतिभा से आगे बढ़ने पर जोर दिया गया। वहीं, समाज के युवाओं को नशे से दूर रहने का अपील किया गया।