भारत की अग्रणी फैशन और डिजाइन शिक्षा संस्था, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (एनआईएफटी), ने न्यू टाउन हॉल में 4 जिलों के छात्रों और शिक्षकों के लिए पहला आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को एनआईएफटी के साथ जोड़ना और उनकी क्रिएटिव क्षमताओं को बढ़ावा देना था।

एनआईएफटी की महानिदेशक तनु कश्यप ने बताया कि संस्था का लक्ष्य शिक्षा के माध्यम से समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि एनआईएफटी छात्रों के लिए बेहतर आजीविका के विकल्प प्रदान करता है। आगामी सत्र की प्रवेश परीक्षा के लिए फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 6 जनवरी 2025 है, जबकि परीक्षा 9 फरवरी 2025 को आयोजित होगी। पहली बार परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में आयोजित की जाएगी।
मुख्य बिंदु
देश के 19 शहरों में एनआईएफटी के कैंपस, जिनमें वाराणसी, श्रीनगर, पटना, नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, गांधीनगर, जोधपुर और हैदराबाद शामिल हैं।
लगभग 5000 नए छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रमों में नामांकन का अवसर।
सभी वर्ग के मेधावी छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की सुविधा।

उपायुक्त माधवी मिश्रा ने कहा कि एनआईएफटी क्रिएटिव छात्रों को उचित प्लेटफॉर्म प्रदान करता है और फैशन टेक्नोलॉजी में मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण देता है। उन्होंने छात्रों को फैशन और टेक्सटाइल के क्षेत्र में अपार संभावनाओं के बारे में जागरूक किया।
कार्यक्रम के दौरान एनआईएफटी के पूर्व छात्रों और फैशन उद्योग के पेशेवर मुकेश कुमार और डोमन टुडू ने अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में एनआईएफटी पटना के निदेशक कर्नल राहुल शर्मा, डॉ. विजय दुआ, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नियाज अहमद, जिला शिक्षा पदाधिकारी निशु कुमारी सहित बड़ी संख्या में छात्र और शिक्षक उपस्थित थे।