जमशेदपुर : जमशेदपुर अभिभावक संघ ने ओमिक्रॉन से बच्चों को बचाने के लिए स्कूलों में चल रही ऑफलाइन क्लास को बंंद कर ऑनलाइन क्लास के माध्यम से शिक्षा देने की मांग की है। संघ के अध्यक्ष डॉ उमेश कुमार का कहना है कि दुनिया के कई देशों के साथ ही भारत में भी कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रांन दस्तक दे चुका है और इसके बढ़ते खतरे पर डब्ल्यूएचओ ने भी चिंता जताई है। इस मामले में दुनिया भर के डाक्टर और हेल्थ एक्सपर्टस ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को सौंपे रिपोर्ट में कहा है कि दक्षिण अफ्रीका में 2 साल से ऊपर की उम्र वाले बच्चों के भर्ती होने की संख्या बढ़ रही हैं। ऐसे में इस आशंका को बल मिलता है कि ओमिक्रॉन बच्चों के लिए ख़तरनाक साबित हो सकता है जो हमारे देश भारत के लिए भी खतरे की घंटी बताया जा रहा है। क्योंकि भारत में अभी केवल 18 वर्ष से ऊपर की उम्र वाले लोगों को ही पावर वूस्टर डोज लग पाया है। डब्ल्यूएचओ के एक्सपर्ट का यह भी कहा था कि जो व्यस्क है उनमें ओमिक्रॉन के मामूली लक्षण देखे गए हैं। अभी एक दिन पहले WHO के यूरोप ऑफिस में बताया गया था कि 5 से 14 आयु वर्ग के बच्चों में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। डब्ल्यूएचओ यूरोप के रीजनल डायरेक्टर डॉ हैंस क्लूज ने भी कहा कि यूरोप के कई देशों में बच्चों में इंफेक्शन के मामले दो तीन गुणा बढ़ गये है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार भारत पहले की स्थिति में वापस आ रहा है। अगर इसे रोकने के पूरे इंतजाम नहीं किए गए तो आने वाला समय एक तीसरी बड़ी लहर साबित हो सकता है। उन्होनें कहा कि आईएमए ने स्कूलों और कॉलेजों में कोविड प्रोटोकॉल का ठीक से पालन करने की बात कही है। लेकिन निजी स्कूल प्रबंधन सरकारी आदेशों को कितना तरहीज देते हैं यह किसी से छिपा नहीं है। जिसे लेकर जमशेदपुर अभिभावक संघ ने बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वर्तमान में स्कूलों में चल रहे ऑफलाइन क्लास को बंंद कर ऑनलाइन क्लास के माध्यम से शिक्षा देने की आदेश देने की मांग की है।