भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात के बीच पाकिस्तान ने एक और खतरनाक चाल चल दी है। भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने अब आतंकी सरगनाओं को खुली छूट देने की तैयारी कर ली है। इसी रणनीति के तहत पाकिस्तान कुख्यात आतंकी और लश्कर-ए-तैयबा के मुखिया हाफिज सईद को रिहा करने जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की लाहौर हाईकोर्ट में हाफिज सईद और उसके संगठन जमात-उद-दावा के अन्य नेताओं ने एक याचिका दाखिल की है, जिसमें उन्होंने आतंकवादियों को फंडिंग करने के आरोप में मिली सजा को रद्द करने की मांग की है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की सरकार और सेना इस प्रक्रिया को तेजी से अंजाम तक पहुंचाने में जुटे हुए हैं।
भारत के स्ट्राइक से टूटा मनोबल, पाकिस्तान की नई साजिश
भारत ने हाल ही में पाकिस्तान में मौजूद कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था। इससे पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क का मनोबल पूरी तरह टूट गया है। ऐसे में अब पाकिस्तान आतंकवादियों को फिर से सक्रिय करने और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए नई रणनीति पर काम कर रहा है। हाफिज सईद की रिहाई इसी का हिस्सा बताई जा रही है।
हालांकि आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान दावा करता है कि हाफिज सईद 2019 से कोट लखपत जेल में बंद है, लेकिन रिपोर्ट्स बताती हैं कि वह कभी भी असल में जेल में नहीं रहा। यह सब सिर्फ अंतरराष्ट्रीय दबाव में दिखावा किया गया था। अब जब भारत ने आतंकी ठिकानों पर सीधी कार्रवाई शुरू की है, तो पाकिस्तान ने अपने असली चेहरे को पूरी तरह उजागर कर दिया है।
आतंक के खिलाफ भारत सतर्क, पाकिस्तान बेनकाब
संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका द्वारा हाफिज सईद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किए जाने के बावजूद पाकिस्तान उसकी सुरक्षा करता रहा है। अमेरिका ने हाफिज पर 1 करोड़ डॉलर का इनाम भी रखा था, लेकिन पाकिस्तान ने उसे दिखावे के लिए कुछ समय के लिए नजरबंद किया और अब उसे पूरी तरह आजाद करने की तैयारी में जुट गया है।
अगर हाफिज सईद को कोर्ट से राहत मिलती है तो आने वाले दिनों में वह खुलेआम पाकिस्तान की सड़कों पर भारत विरोधी नारे लगाते और नई आतंकी साजिशें रचते देखा जा सकता है। पाकिस्तान की न्यायिक प्रणाली पर सेना और सरकार के नियंत्रण को देखते हुए यह संभावना और भी मजबूत हो जाती है।