इंतजार के बाद जाति जनगणना को लेकर एक अहम अपडेट सामने आया है। सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार ने जाति जनगणना की शुरुआत की तारीख तय कर ली है। यह जनगणना दो चरणों में की जा सकती है और इसकी औपचारिक शुरुआत 1 अक्टूबर 2026 से हो सकती है।
🗓️ पहला चरण
🔹 शुरुआत: 1 अक्टूबर 2026
🔹 क्षेत्र: जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश
🔹 विशेषता: पहाड़ी राज्यों में पहले चरण में होगी जनगणना
🗓️ दूसरा चरण
🔹 शुरुआत: 1 मार्च 2027
🔹 क्षेत्र: अन्य सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश
🔹 विशेषता: मैदानी क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर जनगणना
📜 पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि भारत में 1931 तक नियमित रूप से जाति आधारित जनगणना होती थी, लेकिन 1951 से इसे रोक दिया गया। हालांकि 2011 में सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना (SECC) के जरिए एक प्रयास हुआ, परंतु इसके आंकड़े पूरी तरह से सार्वजनिक या प्रयुक्त नहीं किए गए।
2021 में प्रस्तावित जनगणना को भी दो चरणों में किया जाना था, लेकिन COVID-19 महामारी के कारण इसे स्थगित करना पड़ा।
📊 जाति जनगणना क्यों ज़रूरी है?
✅ नीति निर्माण में सहायक
✅ सामाजिक-आर्थिक स्थिति का सही मूल्यांकन
✅ पिछड़े वर्गों की पहचान और कल्याणकारी योजनाएं
✅ संसाधनों का न्यायपूर्ण वितरण
✅ सामाजिक असमानताओं का विश्लेषण और समाधान